Joharlive Team
कोलेबिरा: थाना क्षेत्र के सोलगा बाज़ार के पास शाम 6:00 बजे मंत्री नामक बस और हाइवा के बीच जोरदार भिड़ंत हुयी। टक्कर के बाद बस अनियंत्रित होकर सड़क पर पलट गयी। जानकारी के अनुसार नेशनल हाईवे 23 सोलगा बाज़ार के समीप राउरकेला से गुमला आ रही मंत्री नामक यात्री बस और हाइवा में जोरदार टक्कर हुयी, प्रत्यक्षदर्शियों एवं बस में सवार यात्रियों के मुताबिक टक्कर इतनी जोरदार थी कि टक्कर के बाद बस सड़क पर ही पलटी कर गयी।
बस पलटने के साथ ही बस में सवार यात्रियों में चीख-पुकार मच गयी। कई यात्री दुर्घटना में बस से निकलकर सड़क पर बिखर गए। वहीं, बस में सवार एक यात्री की मौके पर मौत हो गयी।दुर्घटना की जानकारी 108 को तत्काल दी गयी। बस में लगभग 20 यात्री सवार थे, जिनमे कई को गम्भीर चोटें आयी है। मौके पर 108 एम्बुलेंस की टीम पहुंचकर सभी घायलों को कोलेबिरा स्वास्थ केंद्र में भर्ती किया गया है एवं उनका इलाज जारी है।
राजस्व कर्मचारी रह चुके है मृतक अनिल
हादसे में मृत अनिल वर्मा, जो गुमला के लोहरदगा रोड कुम्हार टोली निवासी है। ये गुमला सदर प्रखंड और रायडीह प्रखंड में राजस्व कर्मचारी रह चुके हैं।अनिल वर्मा भरनो अंचल कार्यालय में भी सीआई के पद पर रह चुके हैं, और वर्तमान में सिमडेगा जिले के ठेठईटांगर अंचल कार्यालय में सीआई के पद पर कार्यरत थे। जानकारी के अनुसार वे अपनी ड्यूटी से घर लौट रहे थे, इसी बीच भीषण हादसे में उनकी जान चली गयी।
इलाज के दौरान बस चालक ने तोड़ा दम
सड़क हादसे में गम्भीर रूप से घायल बस चालक लाला की स्थिति गम्भीर देखते हुए उसे कोलेबिरा अस्पताल में इलाज के लिए 108 से ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान लाला ने दम तोड़ दिया। ज्ञात हो कि राउरकेला से आ रही बस को कोलेबिरा निवासी बबलू खान के हाइवा ने टक्कर मारी थी, जिसके बाद हादसे ने भयावह रूप ले लिया।
घायलों का हाल जानने पहुंचा प्रखंड प्रशासन, घायलों को दिया कम्बल
वहीं, हादसे की जानकारी मिलते ही फौरन कोलेबिरा प्रशासन अस्पताल में घायलों का हाल जानने एवं तथागत स्थिति से रूबरू होने के लिए पहुंच गया। प्रखंड प्रशासन के तौर पर सीओ प्रभात मिंज तत्काल घायलों से मिले एवं डॉक्टरों को बेहतर इलाज के लिए कहा। वहीं, सीओ के साथ कोलेबिरा मुखिया आलोमनी बागे भी मौके पर पहुंचकर घायलों से मिले। मुखिया ने तत्काल अस्पताल में बेड की कमी एवं ठंढ के मौसम को देखते हुए सामुदायिक भवन में घायलों के रात्रि विश्राम के लिए कम्बल की व्यवस्था कर उन्हें आराम करने की सलाह दी। साथ ही पुलिस प्रशासन ने घटनाक्रम की कानूनी प्रक्रिया पूरी करते हुए मृतक के परिजनों को घटना की जानकारी दी एवं शव को कब्जे में ले लिया। वहीं समाचार लिखे जाने तक सड़क से क्षतिग्रस्त वाहन को नहीं हटाया गया था।