रांची: 21 या 22 दिसंबर को साल का सबसे छोटा दिन, जिसे Winter Solstice कहा जाता है, इस दिन सूर्य अपनी सबसे निचली स्थिति में दक्षिणी गोलार्ध में होता है. भारतीय ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दिन सूर्य का गोचर धनु राशि में होता है, जो गुरु बृहस्पति के प्रभाव में रहती है. हालांकि सूर्य का प्रभाव इस दिन कम होता है, लेकिन यह आध्यात्मिक दृष्टि से विशेष महत्व रखता है. साल के इस दिन को अंधेरे से उजाले की ओर बढ़ने का प्रतीक माना जाता है, और यह नई शुरुआत की ओर इशारा करता है। क्या आप जानते हैं कि इस दिन कुछ खास उपाय करने से न केवल मानसिक शांति मिलती है, बल्कि जीवन में सकारात्मक बदलाव भी आ सकते हैं?
जानें, क्यों और कैसे करें साल के सबसे छोटे दिन का सही इस्तेमाल?
इस दिन दान करना शुभ माना जाता है. विशेष रूप से अन्न, वस्त्र और धन का दान करने से आपकी आत्मिक शांति में वृद्धि होती है और जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करने की शक्ति मिलती है. सूर्य के कमजोर प्रभाव को संतुलित करने और आत्मबल बढ़ाने के लिए इस दिन ‘ॐ सूर्याय नमः’ मंत्र का जाप करना अत्यधिक लाभकारी होता है। इसके अलावा, गायत्री मंत्र का जप मानसिक शांति और शारीरिक ऊर्जा को पुनः प्राप्त करने में मदद करता है.
सर्दी के मौसम में शरीर में ऊर्जा की कमी हो सकती है, इसलिए इस दिन हल्का और ताजे सात्विक भोजन ग्रहण करने की सलाह दी जाती है। यह शरीर में नई ऊर्जा का संचार करता है, जो आने वाले दिनों में आपको सशक्त बनाएगा.
इस दिन को एक नए संकल्प के रूप में मनाएं. इस समय अपने विचारों और कार्यों को पुनः दिशा देने का है. अपने पुराने आदतों को सुधारने और जीवन में नए दिशा में कदम बढ़ाने के लिए योजना बनाएं, ताकि आने वाले साल में सफलता प्राप्त हो सके.