चंदन सोनार गिरोह के द्वारा अपहरण किए गए भाजपा नेता मदन सिंह के बेटे शिवम सिंह, रिश्तेदार गौरव सिंह और अभिषेक सिंह उर्फ सैंकी को मुक्त करा लिया गया है। तीनों छात्रों को चाईबासा पुलिस ने गोइलकेरा थाना क्षेत्र के जंगल के बीच स्थित एक गांव आराहातू से बरामद किया। छात्रों की बरामदगी शुक्रवार की रात तकरीबन 12 बजे की गई थी। पुलिस ने इस मामले में चाईबासा से काग्रेस की टिकट पर साल 2014 में विधानसभा चुनाव लड़ चुके अशोक सुंडी समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया, अपहरण के बाद छात्रों को अशोक के ही घर में रखा गया था। पुलिस ने इस मामले में एक आजसू नेता और एक युवती को भी गिरफ्तार किया है। बरामदगी के बाद चाईबासा पुलिस ने पूरे मामले की जानकारी रांची एसएसपी कुलदीप द्विवेदी को दी। जिसके बाद रांची एसएसपी कुलदीप द्विवेदी, शिवम के पिता मदन सिंह समेत अन्य लोग सुबह तीन बजे चाईबासा के गोयलकेरा पहुंचे। अपहरण कांड के खुलासे में कोल्हान डीआईजी साकेत कुमार सिंह और चाईबासा एसपी अनीश गुप्ता का महत्वपूर्ण योगदान रहा। शनिवार की सुबह पुलिस अपहरणकर्ताओं और तीनों छात्रों को रांची लेकर पहुंची। गौरतलब है कि सोनार गिरोह ने अपहरण के बाद 20 करोड़ की फिरौती मांगी थी।
शिवम समेत तीनों छात्रों को हनी ट्रैपिंग के जरिए जाल में फंसाया गया था। शिवम के पिता मदन सिंह ने बताया कि 22 अगस्त को पहली बार युवती ने शिवम को कॉल किया था। लेकिन तब शिवम ने रॉग नंबर कह युवती का फोन काट दिया था। इसके बाद युवती लगातार उसे फोन करने लगी। जिसके बाद शिवम ने युवती का फोन उठाना भी बंद कर दिया था। 5 सितंबर को युवती ने तकरीबन 45 बार शिवम को फोन किया। शिवम ने जब फोन नहीं उठाया, तब युवती ने गौरव को फोन किया। गौरव ने शिवम से युवती की बात करायी। जिसके बाद युवती ने कटहलमोड़ की तरफ बुलाया। युवती के कॉल के बाद दोनों ने अभिषेक उर्फ सैंकी को भी साथ चलने को कहा। इसके बाद तीनों छात्र अल्टो कार से कटहलमोड़ गए।
खुद को पुलिसकर्मी बताकर किया अपहरण
कटहलमोड़ आने के बाद तीनों छात्रों को युवती ने रिंग रोड आने को कहा। रिंग रोड में दोपहर 3.19 मिनट में तीनों छात्रों की कार दिखायी दी। एक मिनट के बाद सफेद रंग की रिट्ज कार आयी। कार के आकर रूकने के बाद एक सफेद रंग की गाड़ी में छह अपहरणकर्ता आए। रिंग रोड में छात्रों की कार के आगे पीछे स्कार्पियो और रिट्ज कार खड़ी कर दी। छात्रों की कार रूकवाने के बाद स्कार्पियों ने सवार लोग उतरे। सभी ने अपने आप को पुलिसकर्मी बताते हुए छात्रों को स्कार्पियो में बैठाया। अपहरणकर्ताओं ने छात्रों को यह कह धमकाया कि लड़की को परेशान करते हो , चलो थाने बड़ा बाबू तुमलोगों को बुलाए हैं। स्कार्पियो में बैठने के बाद शिवम और गौरव को बेहोशी की दवा पिलाई गई, वहीं अभिषेक को अपहरणकर्ताओं ने सूई देकर बेहोश किया। इसके बाद छात्रों को गोईलकेरा ले जाया गया था।
तीन छात्र के अपहरण, फिरौती की डिमांड और फिर बरामदगी की कहानी किसी फिल्मी प्लाट सी है। हनी ट्रैपिंग के जरिए युवती ने छात्रों को अपने जाल में फंसाया। अपहरणकर्ता ने पुलिसकर्मी बन कर छात्रों को डराया- धमकाया। स्कार्पियो गाड़ी में बेहोश करने के बाद तीनों छात्रों को चाईबासा के गोईलकेरा में जंगल के बीच स्थित एक गांव में ले जाया गया। अपहरणकर्ता बार बार छात्रों को कहते थे कि तुमलोगों दो दिनों से बेहोश हो। तुमलोगों को हम झारखंड से काफी दूर आंध्रप्रदेश के जंगल में लेकर आए हैं। यहां तुम्हारी पुलिस कभी आ भी नहीं सकती। 500 की संख्या में भी पुलिस यहां आएगी तो हमलोग उसे मार कर भगा देंगे। हमारी पार्टी यहां काफी मजबूत है। अपहरणकर्ता यह कह कर छात्रों को डराते थे कि आंध्रप्रदेश से बच कर निकलना तुमलोगों के लिए संभव नहीं है, इसलिए तुमलोग कभी भागने की कोशिश भी मत करना। बरामदगी के बाद अपह्रत तीनों छात्र शिवम, गौरव और अभिषेक ने पुलिस को यह आपबीती बतायी।
कैसे हुई छात्रों की बरामदगी
छात्रों के अपहरण के बाद रांची एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने एसआईटी का गठन किया था। एसआईटी टीम तकनीकी शाखा की मदद से जांच में जूटी थी। अपहरणकर्ताओं के द्वारा चतरा के लावालौंग, गिरिडीह, चाइबासा समेत अन्य इलाकों से फोन किया जाता था। ऐसे में कोल्हान के डीआईजी साकेत कुमार सिंह से रांची पुलिस लगातार संपर्क में थी। शुक्रवार की रात गोईलकेरा से छात्रों को एक टाटा मैजिक गाड़ी से कहीं और ले जाया जा रहा था। सूचना मिलने के बाद कोल्हान डीआईजी और चाईबासा एसपी ने घेराबंदी की। जंगल से ही टाटामैजिक से तीनों छात्रों और छह लोगों को गिरफ्तार किया गया। छात्रों की बरामदगी और छह लोगों की घेराबंदी के बाद पुलिस ने उस ठिकानें पर छापेमारी की, जहां छात्रों को रखा गया था। पुलिस ने वहां से कांग्रेस नेता अशोक सुंडी समेत पांच लोगों को पकड़ा। मौके से पुलिस ने दो देशी कट्टा और एक नाइन एमएम पिस्टल भी बरामद किया। बरामदगी के बाद चाईबासा पुलिस ने पूरे मामले की जानकारी रांची पुलिस को दी।