Joharlive Team
खूंटी। प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ से संबंध को लेकर खूंटी के तोरपा में शनिवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी, एनआइए ने बड़ी कार्रवाई की है। टेरर फंडिंग मामले में एक साथ चार जगहों पर छापेमारी की। एनआईए ने आत्मसमर्पण करने वाले पीएलएफआई के उग्रवादी जय प्रकाश भुइंया के तोरपा स्थित आवास के अलावा अमित जायसवाल के तोरपा मेन रोड स्थित आवास, डिगरी में सीताराम भगत के आवास के आलाव रंजीत गोप और चंदन उर्फ चंदू द्वारा संयुक्त रूप से संचालित मां रेस्टोरेंट में भी छापेमारी की। पीएलएफआइ चीफ दिनेश गोप की दोनों पत्नी की गिरफ्तारी के बाद एनआइए को कई महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं, जिसके आधार पर छापेमारी चल रही है।
एनआइए के एसपी अमित सिंह के नेतृत्व में टीम सुबह साढ़े पांच बजे ही तोरपा पहुंच गयी और छह बजे से सभी चार जगहों पर एक साथ छापेमारी शुरू की गयी।
मिली जानकारी के अनुसार, एनआइए ने मां रेस्टोरेंट के संचालक रंजीत गोप और चंदू भगत को पूछताछ के लिए गाड़ी से लेकर रनिया की ओर लग गयी है। सूत्रों का कहना है कि छापेमारी टेरर फंडिंग के अलावा आय से अधिक संपत्ति के मामले से भी जुड़ा हो सकता है। नोट बंदी के दौरान पीएलएफआइ संगठन क रुपयों को बैंकों में जमा कराने में भी कई लोगों के नाम चर्चा में आये थे। ज्ञात हो कि पूर्व नक्सली जय प्रकाश भुइंया पहले ही आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्य धारा से जुड़ गया था। मूल रूप से रनिया थाना क्षेत्र के रहने वाले जय प्रकाश तोरपा में सपरिवार रहता है। कुछ वर्ष पूर्व पुलिस ने जय प्रकाश भुइंया की एक बस और स्कॉर्पियो को जब्त कर लिया था। हालांकि एनआईए के एसपी अथवा किसी अन्य अधिकारी ने मीडिया से कुछ नहीं कहा। इधर, सूत्रों ने बताया कि इसके पहले भी एनआइए अमित जायसवाल, जय प्रकाश भुइंया आदि को पूछताछ के लिए कई बार रांची बुला चुकी है।