JoharLive Team
रांची : महंगाई की मार ने सब की कमर तोड़ दी है। झारखंड के 25 स्टील कंपनियों पर लगा ताला। वहीं कंपनी बंद होने के कारण लगभग 30 हजार लोग बेरोजगार होने के कगार पर हैं। एक तरफ आर्थिक मंदी तो दूसरी तरफ झारखंड विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) ने हाल में बिजली की दर में में 38 फीसदी बढ़ोतरी ने इन कंपनियों को बंद होने पर मजदूर कर दिया। इस महंगाई पर एक कंपनी के जीएम विशाल चौधरी ने बताया कि बिजली दर में बढ़ोतरी के कारण अब वह कंपनी चलाने में सक्षम नहीं हैं। सरकार या तो बिजली दर में सब्सिडी दे या फिर जुस्को या डीवीसी से बिजली उपलब्ध कराये। कंपनियों के बंद होने से तीस हजार स्थायी और अस्थायी कामगारों के सामने रोजी- रोटी का संकट पैदा हो गया है। ऐसे में मजदूरों ने भी सरकार ने बिजली दर कम करने की गुहार लगाई है।
जमशेदपुर के आदित्यपुर इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित 12 स्टील कंपनियों पर गुरुवार को ताला लग गया। वहीं 30 अन्य कंपनियों पर भी आने वाले दिनों में ताला लग सकता है। यह सभी कंपनियां टाटा मोटर्स को गाड़ियों के कई पाट्र्स सप्लाई करती हैं।
मांग न होने के चलते टाटा मोटर्स ने पिछले महीने से लगातार चौथी बार अपने उत्पादन को ठप कर दिया है। इस बार कंपनी ने उत्पादन को बंद किया है। वहीं कंपनी में रविवार को छुट्टी रहती है।
कंपनी ने अपने संविदा पर रखे गए एक हजार कर्मचारियों को महीने में 12 दिन काम पर आने से मना कर दिया है। वो 12 अगस्त को काम पर आएंगे, जबकि नियमित कर्मचारी पांच अगस्त से नौकरी पर फिर से आएंगे। पिछले दो महीने से कंपनी में केवल 15 दिन काम हो रहा है। झारखंड सरकार ने बिजली की कीमतों में 38 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है। इस वजह से कंपनियों को अब बिजली पर ज्यादा पैसा चुकाना पड़ रहा है। इससे उनकी लागत भी नहीं निकल पा रही है।