रांची: केरला क्रिश्चियन फैलोशिप ने आज मलयाली ईसाई समुदाय की विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से ऑर्थोडॉक्स चर्च के प्रांगण में ओणम त्योहार धूमधाम से मनाया. इस आयोजन में मार्थोमा, ऑर्थोडॉक्स और कैथोलिक समुदाय के लोगों ने केरल के प्रमुख त्योहार ओणम को साथ मिलकर सेलिब्रेट किया. ओणम केरल का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण त्योहार है. इस त्योहार के बारे में मान्यता है कि भगवान विष्णु ने वामन अवतार लेकर राक्षसों के राजा महाबली को पाताल लोक भेजा था. लेकिन महाबली की भक्ति और उदारता के कारण उन्हें वर्ष में एक बार अपनी प्रजा से मिलने की अनुमति दी गई. इसी खुशी में ओणम का त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. कार्यक्रम में ‘पुक्कलम’ आकर्षण का केंद्र था. जिसमें रंग-बिरंगे फूलों से रंगोली का निर्माण किया गया था. यह रंगोली ओणम के दौरान घरों के बाहर बनाई जाती है. ओणम सद्या के अवसर पर पारंपरिक भोजन केले के पत्ते पर परोसा गया. जिसमें 26 से अधिक प्रकार के व्यंजन शामिल थे. सभी लोगों ने इस पारंपरिक भोजन का आनंद लिया. इस अवसर पर जेकॉब सीजे ने कहा कि ओणम सामाजिक एकता, समृद्धि और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है. लोग पूरे उत्साह और उल्लास के साथ मनाते हैं. कार्यक्रम में रेव डॉ. एमओ ऊम्मेन, फादर शिनु चेरियन, रेव अनिस जॉनसन, रेव फादर मैथ्यू मंजिला ओसीडी और रेव फादर विंसी टीओआर ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और अपने-अपने संदेश दिए.