मुंबई : जॉली एलएलबी 2, जब हैरी मेट सेजल, आर्टिकल 15 और बार बार देखो जैसी कई सफल फिल्मों में अपने अभिनय की छाप छोड़ने वाले बॉलीवुड एक्ट्रेस सयानी गुप्ता ने फिल्मों में इंटीमेट सीन शूट करने के अनुभव को लेकर एक इंटरव्यू में खुलकर बात की. उन्होंने बताया कि इंटीमेट सीन शूट करने के दौरान कई बार एक्टर और डायरेक्टर के बीच समझने और संवाद का महत्वपूर्ण स्थान होता है और यह पूरी प्रक्रिया बहुत ही प्रोफेशनल तरीके से की जाती है.
इंटीमेट सीन का कुछ लोग उठाते हैं गलत फायदा
सयानी ने बताया कि बदलते वक्त के साथ फिल्म इंडस्ट्री में इंटीमेट सीन को लेकर प्रोफेशनलिज्म बढ़ी है. अब सेट पर इंटिमेसी कोर्डिनेटर और डायरेक्टर होते हैं, जो इन सीन को बहुत ही प्राइवेट और प्रोफेशनल तरीके से शूट करते हैं. लेकिन, उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग इसका गलत फायदा भी उठाते हैं जैसा कि उन्होंने खुद अनुभव किया.
छोटी ड्रेस में रेत पर लेटना और पास में खड़े थे 70 लोग
सयानी गुप्ता ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि एक समय ऐसा भी आया था जब वे गोवा में फिल्म फोर मोर शॉट्स के लिए शूट कर रही थीं. इस दौरान उन्हें समुद्र के किनारे छोटी ड्रेस में रेत पर लेटना पड़ा, जबकि उनके सामने लगभग 70 लोग थे. इस दौरान उन्हें बहुत असुरक्षित महसूस हुआ क्योंकि उनके आसपास कोई भी ऐसा नहीं था जो उन्हें शॉल दे सके, और न ही कोई स्टाफ का सदस्य मौजूद था.
इस सीन के शूट में एक्टर ने लांघी सीमा
सयानी ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि 2013 में फिल्म मार्गरीटा विद ए स्ट्रॉ के दौरान उन्हें एक सीन के दौरान शारीरिक सीमा का उल्लंघन किया गया. उन्होंने कहा, “डायरेक्टर के कट बोलने के बावजूद, उस वक्त के एक शख्स ने मुझे किस किया, जो एक गंभीर समस्या थी.” उन्होंने कहा कि अब इस प्रकार की घटनाओं में कमी आई है क्योंकि इंटीमेट सीन शूट करने के लिए अब एक टीम और सुरक्षा के विशेष उपाय होते हैं.
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