JoharLive Team
नयी दिल्ली। दिल्ली की सातवीं विधानसभा के चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) की जीत के नायक रहे पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक ने रविवार को लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
ऐतिहासिक रामलीला मैदान में पार्टी के हजारों समर्थकों और बड़ी संख्या में गणमान्य लोगों की उपस्थिति के बीच उप राज्यपाल अनिल बैजल श्री केजरीवाल को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी। श्री केजरीवाल के बाद उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया,सत्येन्द्र जैन, गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और राजेन्द्र पाल गौतम को श्री बैजल ने मंत्री पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी।
श्री केजरीवाल ने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद लेने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत शीला दीक्षित के रिकार्ड की बराबरी की। दिवंगत दीक्षित 1998 से 2013 तक लगातार तीन बार 15 वर्षों तक मुख्यमंत्री के पद पर रहीं।
श्री केजरीवाल 2013 में पहली बार मुख्यमंत्री बने थे। उन्होंने कांग्रेस की मदद से सरकार बनायी थी लेकिन लोकपाल के मुद्दे पर मतभेद होने के बाद 49 दिनों में ही इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद 2015 में विधानसभा के चुनाव में 70 में 67 सीटें जीतकर रिकार्ड बनाया। इसके बाद एक बार फिर 70 में 62 सीटें जीत कर दिल्ली की सत्ता पर काबिज हुुए।
- आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के साथ मनीष सिसोदिया, सतेंद्र जैन, गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और राजेंद्र पाल गौतम ने मंत्री पद की शपथ ली।
- :- रामलीला मैदान में अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
- :- AAP संयोजक केजरीवाल के शपथ ग्रहण समारोह में बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता पहुंचे हैं। मीडिया से बातचीत के दौरान विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि जिसे समारोह में आना होगा वो आएगा।
- :- AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल रामलीला ग्राउंड पहुंच चुके हैं। मंच पर एलजी अनिल बैजल के साथ मनीष सिसोदियो भी मौजूद हैं।
- :- केजरीवाल रामलीला मैदान के लिए निकल गए हैं। दोपहर 12.15 बजे वो सीएम पद की शपथ ग्रहण करेंगे। वहीं, एलजी भी शपथ ग्रहण समारोह के लिए निकल चुके हैं।
शपथ ग्रहण समारोह न्योता
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दिल्ली के सातों सांसदों, नवनिर्वाचित आठों भाजपा विधायकों और सभी नगर निगम पार्षदों को भी आमंत्रित किया है। पार्टी ने चुनाव परिणाम के दिन आप के कार्यालय परिसर में अपने पिता के साथ केजरीवाल के पुराने गेटअप में पहुंचे एक साल के ‘छोटू मफलरमैन’ अव्यान तोमर को खासतौर से आमंत्रित किया है। इसके अलावा दिल्ली शासन में योगदान करने वाले विभिन्न क्षेत्रों के 50 प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया है।