बारिश का मौसम सुहाना तो बहुत लगता है लेकिन दिक्कतें कई साथ लेकर आता है. इस मौसम में कई बीमारियां भी सिर उठाने लगती हैं. इसलिए ज़रूरी है अपनी सेहत का अच्छी तरह से ध्यान रखा जाये जिससे इस मौसम का आनंद आप बेहतर तरीके से ले सकें. खासकर डायबिटीज  के मरीजों को इस मौसम में विशेष तौर पर अपना ख्याल रखने की ज़रूरत है जिससे किसी भी तरह की दिक्कत से खुद को बचाया जा सके. आज हम आपको बताएंगे कि बारिश के मौसम में डायबिटीज  के मरीजों को किन बातों का ख्याल रखना चाहिए.

बारिश के मौसम में सबसे ज़रूरी है अपनी इम्यूनिटी को स्ट्रांग बनाए रखना, तभी आप किसी भी तरह की बीमारियों को खुद से दूर रखने में कामयाब हो सकेंगे. इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आपको अपनी डाइट में उन चीजों को शामिल करना चाहिए जो आपके इम्यून सिस्टम को स्ट्रांग करने में मदद करती हैं. साथ ही दो फलों का सेवन भी रोज़ाना करना चाहिए.

ज़रूरत से ज़्यादा और बाहर का खाने से बचें

इस मौसम में आप ज्यादा खाना खाने से बचें साथ ही बहुत ज्यादा कैलोरी का सेवन भी न करें. ऐसा इसलिए क्योंकि बारिश के मौसम में बॉडी की एक्टिविटी कम हो जाती है. इसके साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि बाहर से खाना मंगवाकर न खाएं. इससे संक्रमण होने का खतरा हो सकता है. खाने का समय भी अगर फिक्स कर लें तो ये आपके लिए और भी बेहतर होगा.

पर्याप्त पानी पीना भी ज़रूरी

बारिश के मौसम में प्यास कम ही लगती है इसलिए प्यास लगने का इंतज़ार न करते हुए पानी पीते रहें. क्योंकि सेहत को दुरुस्त और बॉडी को हाइड्रेट रखने के लिए पर्याप्त पानी पीना भी ज़रूरी है. अगर आप RO का पानी इस्तेमाल नहीं करते हैं तो टैप वॉटर का सेवन करने से पहले इसको अच्छी तरह से उबाल लें. जिससे बीमारी होने का खतरा न रहे.

पैरों का रखें ख्याल

डायबिटीज  के मरीजों को बारिश के मौसम में अपने पैरों का ख्याल भी सेहत की तरह ही रखना चाहिए. इस मौसम में ज़रूरी है कि आप नंगे पैर चलने से बचें. साथ ही जूते भी आरामदायक ही पहनें. पैरों का ख्याल न रखने की वजह से पैरों तक जाने वाली नसों और वाहिकाओं को नुकसान पहुंचने का खतरा बना रहता है.

चोट को न करें नज़रअंदाज़

किसी भी तरह की चोट को नज़रअंदाज़ न करें खासकर पैरों की चोट को. बारिश के मौसम में डायबिटीज के मरीजों के लिए छोटी सी चोट भी बड़ी दिक्कत की वजह बन सकती है. अगर चोट को नज़रअंदाज़ किया गया और इसका इलाज सही समय पर न किया गया तो इससे इंफेक्शन होने का खतरा बना रहता है.

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