किसलय शानू

रांची : झारखंड से निकलने वाले “काला हीरा”(कोयला) की कहानी काफी दिलचस्प है. इसकी पूरी पटकथा धनबाद के कतरास एरिया से जुड़ी हुई है. रात के अंधेरे में कतरास एरिया से प्रति दिन अवैध कोयला ट्रकों के माध्यम से दूसरे राज्यों में सप्लाई हो रहा है. लेकिन, धनबाद पुलिस को इसकी भनक तक नहीं होती है. इससे स्पष्ट पता चलता है कि धनबाद के कतरास थाना की पुलिस रात के समय गहरी नींद में सोयी रहती है. यह खुलासा उस वक्त हुआ जब अवैध कोयला लदे ट्रक को गिरिडीह पुलिस ने रात्रि के समय में पकड़ा. इसके बाद बगोदर पुलिस के समक्ष ट्रक चालक पंकज यादव ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. उसने पुलिस को अवैध कारोबार से जुड़े कई लोगों के नामों का भी खुलासा किया है, जो हर दिन 15 से 20 ट्रकों में अवैध कोयला लोड करके दूसरे राज्यों में खपाने का काम करते हैं.

बिहार-झारखंड-यूपी के लोगों के नाम तीन थानों में दर्ज

गिरिडीह पुलिस द्वारा बीते 27 सितंबर को की गई कार्रवाई के बाद से अवैध कोयला कारोबारियों में हड़कंप मच गया है. बिहार-झारखंड-यूपी के कई लोगों के नाम पुलिस ने अवैध कोयला मामले में दर्ज कर लिया है. हालांकि, हर प्राथमिकी में धनबाद के तीन लोगों के नाम कॉमन हैं, इनमें धनबाद निवासी गणेश पांडेय, झरिया निवासी गणेश यादव और धनबाद, नागदा निवासी चंदन दूबे शामिल हैं. इसके अलावा बिहार-यूपी के ट्रक मालिकों और इस कारोबार से जुड़े अन्य लोगों के भी कई नाम दर्ज किए जा चुके हैं.

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