धनबाद। ईसीएल मुगमा क्षेत्र अंतर्गत कापसारा आउटसोर्सिग गुरुवार को रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। आउटसोर्सिग संचालक हरिशंकर पांडेय एवं मजदूरों के बीच जमकर मारपीट हुई। जिसमें कई लोग घायल हो गए। मामला बढ़ता देख आउटसोर्सिग संचालक ने निरसा पुलिस को सूचित किया। जिसके बाद निरसा पुलिस, गल्फरबाड़ी पुलिस एवं सीआईएसएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत करवाया तथा दोनों पक्षों को थाने में शिकायत करने की बात कही।
घटना के संबंध में जानकारी देते हुए आउटसोर्सिंग प्रबंधक हरिशंकर पांडेय ने बताया कि कोयला चोरी को रोकने के लिए उनका अंगरक्षक सुबह में माइंस आया था। माइंस के अंदर से लगातार चोरी की सूचना मिलती रहती है। कहा कि इसे लेकर तीन कर्मी जो कि आउटसोर्सिग में कार्यरत हैं को कोयला चोरी में संलिप्तता लेकर आगाह किया जाता रहा है. फिर भी वे लोग नहीं माने। आज रंगे हाथ पकड़े गए।
हरिशंकर ने बताया कि जब स्टाफ उन्हें लेकर ऑफिस की ओर जा रहे थे, इस दौरान उनलोगों के विरोध करने पर उसे एक दो थप्पड़ मारा गया होगा। उसे मुद्दा बना कर कंपनी के सारे मजदूरों ने एकसाथ इकट्ठा होकर हमलोगों पर हमला कर दिया। जिसमें एक सुरक्षाकर्मी घायल हो गया है। कहा कि सिर्फ माइस में कोयला चोरी रोकने का प्रयास किया गया है।
इधर घटना के संबंध में मजदूरों का कहना है कि प्रबर्धक कोयला चोरों से कोयला चोरी रोकने में नाकाम है। इसलिए उसका खामियाजा मजदूरों पर निकाल रही है. कहा कि कोयला चोरी करने नहीं बल्कि काम करने आते हैं। घर में जलावन के लिए कभी-कभी एक थैले से कोयला ले जाते हैं, उसी को प्रबंधक कोयला चोरी का नाम दे रहे है, वहीं पीड़ित मजदूर मधुसुदन ने बताया कि प्रबंधक हरिशंकर पांडेय का बॉडीगार्ड आया आकर पकड़ कर कोयला चोरी का आरोप लगाते हुऐ जबरन गाड़ी में बैठा दिया। उसके बाद ऑफिस ले जाकर शौचालय में बंद कर मेरे साथ मारपीट की। पुलिस मामले की जांच कर रही है।