मध्य प्रदेश: बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने वाली सीधी नगर पालिका अध्यक्ष काजल वर्मा 48 घटें में ही बीजेपी का दामन छोड़ वापस कांग्रेस में लौटी. बता दें कि देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने 6 अप्रैल को काजल वर्मा को सदस्यता दिलाई थी. लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. प्रथम चरण में मध्य प्रदेश के सीधी संसदीय क्षेत्र में वोटिंग होनी है. लोकसभा चुनाव का बिगुल बजते ही कांग्रेस पार्टी से भारी तादाद में नेता कांग्रेस और अन्य दलों को छोड़कर BJP में शामिल हो रहे थे.

रक्षामंत्री ने  दिलाई थी BJP की सदस्यता

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह 6 अप्रैल को सीधी में पार्टी के प्रत्याशी डॉक्टर राजेश मिश्रा के पक्ष में चुनाव प्रचार करने आए हुए थे. इस दौरान सीधी नगर पालिका की अध्यक्ष काजल वर्मा ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी की सदस्यता ले ली थी. जिसकी तस्वीर भी सोशल मीडिया में खूब वायरल हुई थी. लेकिन अचानक कांग्रेस के जिला कार्यालय में काजल वर्मा ने ससुर और कांग्रेस नेता विनोद वर्मा के साथ एक प्रेस कांफ्रेंस करके बताया कि मैं वहां गई थी तो मुझे पता नहीं था कि मैं कहां जा रही हूं. मैं कांग्रेस पार्षदों के समर्थन से अध्यक्ष बनी हूं और कांग्रेस में रहूंगी. सीधी विधायक रीति पाठक के साथ काजल वर्मा.

नगर पालिका अध्यक्ष पद से दिया था इस्तीफा

बीते 6 अप्रैल को काजल वर्मा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के समक्ष भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता लेने के बाद कांग्रेसी पार्षद मुखर हो गए थे और उन्होंने नगर पालिका की प्रेसिडेंट इन काउंसिल सदस्य पद से इस्तीफा भी दे दिया था.

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