धनबाद : न्यायाधीश अष्टम उत्तम आनंद हत्या मामले की सुनवाई कर रही सीबीआई विशेष न्यायालय में न्यायाधीश रजनीकांत पाठक के समक्ष सीएफएसएल दिल्ली के मुख्य विज्ञानी आमोद कुमार सिंह ने सोमवार को अपना बयान दर्ज कराया. सीएफएसएल दिल्ली के मुख्य विज्ञानी ने अपने बयान में अदालत को बताया कि क्राइम सीन प्रोफाइलिंग रिपोर्ट 17 अगस्त 2021 को सीबीआइ को सौंपी थी. वह खुद भी क्राइम सीन रीक्रिएशन के सदस्य थे. उन्होंने बताया कि सीसीटीवी फुटेज, क्राइम सीन प्रोफाइलिंग, थ्रीडी पिक्चर इमेज एवं साइकोलाजिकल एनालिसिस के बाद यह कहा जा सकता है कि जज को जानबूझकर ऑटो से टक्कर मारी गई थी. इसके बाद अदालत ने सीबीआई के विशेष लोक अभियोजक अमित जिंदल को गवाह पेश करने का आदेश दिया है.
व्हाट्सएप इंडिया हेड को प्रतिवादी बनाया गया
बता दें, जज उत्तम आनंद की मौत के मामले में अभी कई परतें खुलनी बाकी हैं. बीते दिनों झारखंड हाईकोर्ट ने केस की सुनवाई करते हुए अब नये निर्देश जारी कर दिए थे. इसके तहत उच्च न्यायालय ने व्हाट्सएप के भारत प्रमुख को प्रतिवादी बनाते हुए जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया था. चीफ जस्टिस डॉ रवि रंजन और जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद की अदालत ने यह निर्देश दिया था. शुक्रवार को सुनवाई के दौरान सीबीआई की ओर से बताया गया कि मामले की जांच के दौरान एक व्हाट्सएप चैट की जानकारी मिली है. जांच में मदद के लिए पूरी चैटिंग की जरूरत है. चैटिंग रिकॉर्ड व्हाट्सएप ही उपलब्ध करा सकता है. इस पर अदालत ने व्हाट्सएप के भारत प्रमुख को प्रतिवादी बनाया और जवाब दाखिल करने को कहा था.
28 जुलाई 2021 को हुई थी मौत
बता दें, बीते 28 जुलाई 2021 को मॉर्निंग वॉक के दौरान धनबाद न्यायालय में पदस्थापित जज उत्तम आनंद की ऑटो से टक्कर होने के बाद मौत हो गई थी. पहले जज हत्या मामले की जांच पुलिस कर रही थी. बाद में हाईकोर्ट के निर्दर्श जज मौत मामले की जांच सीबीआई को दे दिया गया. जज हत्या मामले में ऑटो चालक तथा सहयोगी राहुल वर्मा, लखन वर्मा जेल में है. दोनों आरोपियों का ब्रेन मेपिंग, नार्को टेस्ट सहित अन्य वैज्ञानिक जांच कोर्ट के आदेश मिलने पर सीबीआई टीम के द्वारा करवाया गया था.