रांची: वर्ल्ड लंग कैंसर कांफ्रेंस में झारखंड के वरिष्ठ पत्रकार रवि प्रकाश को पेशेंट एडवोकेसी एडुकेशनल अवार्ड से सम्मानित किया गया. यह पुरस्कार उन्हें अमेरिका के सैन डियेगो में 7 सितंबर को आयोजित भव्य समारोह में दिया गया. रवि प्रकाश भारत से इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाले एकमात्र व्यक्ति हैं. यह पुरस्कार इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर द स्टडी ऑफ लंग कैंसर (IASLC) द्वारा उन व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने अपने-अपने देश में मरीज़ों की आवाज उठाई है. रवि प्रकाश के अलावा, इस साल दुनिया के 9 अन्य लोगों को भी यह पुरस्कार दिया गया है. रवि प्रकाश ने पुरस्कार लेते समय झारखंड की पारंपरिक बंडी और सरना गमछा पहन रखा था. उनका यह प्रयास भारत सरकार के विचाराधीन प्रस्ताव की ओर ध्यान आकर्षित करने का था.
लंग कैंसर अंतिम स्टेज से ग्रसित है रवि
रवि प्रकाश पिछले पौने चार साल से लंग कैंसर के अंतिम स्टेज का सामना कर रहे हैं. हाल ही में उनकी बीमारी और ज्यादा बढ़ गई है और वे मुंबई में कार-टी सेल थेरेपी ले कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि वे अमेरिका से लौटते ही चौथा इन्फ्यूजन प्राप्त करेंगे.रवि प्रकाश ने कैंसर मरीजों की समस्याओं और उपचार की कठिनाइयों पर कई लेख लिखे हैं और अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस में अपने विचार साझा किए हैं. उन्होंने झारखंड सरकार से कैंसर मरीजों के लिए चिकित्सा सहायता सीमा बढ़ाने की भी मांग की, जिसे सरकार ने स्वीकार कर लिया. रवि प्रकाश लंग कनेक्ट इंडिया फ़ाउंडेशन के सह-संस्थापक और निदेशक भी हैं, जो लंग कैंसर के मरीजों के लिए कार्यरत एक प्रमुख संस्था है. इसके अलावा, वे कैंसर वाला कैमरा जैसे कार्यक्रम भी आयोजित करते हैं, जो कैंसर जागरूकता के लिए महत्वपूर्ण हैं.