Joharlive Desk
नई दिल्ली। जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में रविवार को हुई हिंसा के बाद आज पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी और सोशल मीडिया को जांच का आधार बनाया जाएगा। वहीं एम्स में भर्ती सभी छात्रों को छुट्टी दे दी गई है और केंद्रीय गृह मंत्रालय भी इस पूरे मामले पर नजर रखे हुए है। मुंबई-पुणे, कोलकाता समेत देश के कई हिस्सों में बड़ी संख्या में छात्र सड़कों पर उतर आए हैं। इसको लेकर राजनीति भी तेज हो गई है।
कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई आज दोपहर दो बजे डीयू के नॉर्थ कैंपस स्थित आर्ट फैकल्टी में जेएनयू हमले के विरोध में प्रदर्शन करेगी। एनएसयूआई ने कहा है कि वह किसी भी तरह की हिंसा के खिलाफ है और जेएनयू के छात्र छात्राओं के साथ खड़ा है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला व अन्य कांग्रेसी नेताओं ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर केंद्र सरकार पर जेएनयू हिंसा के लिए हमला बोला। सुरजेवाला ने कहा कि जिस तरह से रविवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में घुसकर लड़कियों के हॉस्टलों में हिंसा की गई। एक-एक छात्रों के साथ शिक्षकों पर हमला किया वो याद दिलाता है कि इस देश में अब प्रजातंत्र का शासन नहीं बचा है। मोदी जी और अमित शाह जी आप छात्रों पर लाठियां क्यों बरसाते हैं। सुरजेवाला ने कहा, पूरा देश इस बात का गवाह है कि कैसे कल राज्य प्रायोजित गुंडागर्दी और आतंकवाद जेएनयू में हुआ। यह सब जेएनयू प्रशासन और दिल्ली पुलिस की आंखों के सामने हुआ जो सीधे तौर पर गृहमंत्री अमित शाह के नियंत्रण में है।
जेएनयू में हुई हिंसा के बाद कई छात्र कैंपस छोड़ कर जा रहे हैं। घर जाती एक छात्रा ने एएनआई से बातचीत में कल हुई घटना के बारे में कहा कि कुछ लोग बाहर से आए जिनके पास लाठी और रॉड थे। विश्वविद्यालय में हालत बेहद नाजुक है। इसलिए मैं अभी के लिए कैंपस छोड़ कर जा रही हूं।
जेएनयू में हुए बवाल को लेकर दिल्ली पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस को अभी तीन शिकायतें मिली हैं, हालांकि मामले में अभी पुलिस ने केस दर्ज किया गया है या नहीं, इसका पता नहीं चल पाया है। वहीं, दिल्ली पुलिस ने कहा कि जेएनयू हिंसा पर कई शिकायतें आई हैं। जांच की जा रही है। जल्द ही मामले में एफआईआर दर्ज की जाएगी। दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि गृहमंत्रालय ने जेएनयू मामले में जांच बैठा दी है। गृहमंत्रालय ने आदेश दिया था कि आईजी स्तर की पुलिस अधिकारी मामले की जांच करेगा। पश्चिमी परिक्षेत्र की संयुक्त पुलिस आयुक्त शालिनी सिंह मामले की जांच करेंगी।