रांची : झामुमो ने एक बार फिर से सियासी मोरचे पर शानदार प्रदर्शन किया है। डुमरी उपचुनाव में इंडिया की उम्मीदवार बेबी देवी ने एनडीए की उम्मीदवार यशोदा देवी को पटखरनी दे दी। 14 वें राउंड़ की गिनती तक एनडीए उम्मीदवार बेबी देवी इंडिया की उम्मीदवार यशोदा देवी से आगे चल रहीं थीं। लेकिन 15वें राउंड से बेबी देवी की बढ़त का सिलसिला जारी रहा। इसके पीछे सीएम हेमंत सोरेन की रणनीति काम आई। बताते चलें कि हेमंत सोरेन को अपने राजनीतिक जीवन के सबसे मुश्किल दौर से गुजरना पड़ रहा है। खनन घोटाले में ईडी की पूछताछ, खनन लीज पट्टा मामले में चुनाव आयोग से लेकर अदालतों तक में सुनवाई, विधानसभा सदस्यता पर संकट, राजभवन से टकराव, भ्रष्टाचार और मनी लांड्रिंग में करीबियों की गिरफ्तारी जैसे प्रकरणों के चलते वह कई बार गंभीर मुश्किलों में घिरते दिखे। कई बार तो कुर्सी अब गई कि तब गई वाली हालत बनती दिखी। लेकिन, इन तमाम मुश्किलों के बीच उन्होंने सियासी मोर्चे पर शानदार स्कोर किया। पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन, जो राज्य के मुखिया भी हैं, तमाम मुश्किलों और चुनौतियों के बीच भी सियासी पिच पर आक्रामक बैटिंग कर रहे हैं। 2024 में होने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनावों को देखते हुए डुमरी उपचुनाव में जीत भी इंडिया के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होगी। झामुमो का जो मौजूदा पोजिशन है, उसके आधार पर भविष्य के लिए अच्छे स्कोर की संभावनाएं जरूर दिख रही हैं। इधर, राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी बीजेपी की तगड़ी फिल्डिंग के बावजूद एनडीए उम्मीदवार को हार का मुंह देखना पड़ा। वहीं हेमंत सोरेन की सरकार की ओर से बीते कुछ महीनों में लिए गए जनप्रिय फैसलों की बदौलत झामुमो ने राज्य में सियासी तौर पर कम्फर्ट बढ़त हासिल कर ली है। झारखंड में 1932 के खतियान (भूमि सर्वे) पर आधारित डोमिसाइल पॉलिसी, ओबीसी-एसटी-एससी आरक्षण के प्रतिशत में वृद्धि, नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज का विस्तार न देने की तीस वर्ष पुरानी मांग पर सहमति, राज्यकर्मियों के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम,आंगनबाड़ी सेविकाओं-सहायिकाओं के वेतनमान में इजाफा, पुलिसकर्मियों को प्रतिवर्ष 13 माह का वेतन, पारा शिक्षकों की सेवा के स्थायीकरण, सहायक पुलिसकर्मियों के अनुबंध में विस्तार, मुख्यमंत्री असाध्य रोग उपचार योजना की राशि पांच लाख से बढ़ाकर दस लाख करने, पंचायत सचिव के पदों पर दलपतियों की नियुक्ति जैसे फैसलों से सरकार ने अपनी लोकप्रियता का सेंसेक्स बढ़ाया है।
बेबी देवी झारखंड के पूर्व शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की पत्नी है। जगरनाथ महतो के मंत्री बनने से पहले वह कभी राजनीति में सक्रिय नहीं रही। उनका जन्म धनबाद के गोमो में हुआ। वह टुंडी विधानसभा क्षेत्र स्थित जीतपुर गांव के एक किसान परिवार से आती हैं। उनकी शिक्षा दीक्षा की बात करें तो उन्होंने इंटर तक की पढ़ाई की है। उनके दो भाई और एक बहन है। जगरनाथ महतो से शादी के बाद उनकी जिंदगी घर को संभालने और बच्चों की परवरिश में बीत गयी। चूंकि जगरनाथ महतो उस दौर में बेहद तेजी से उभर रहे थे। काफी संघर्षों और अपने कामों के बदौलत जगरनाथ महतो ने डुमरी विधानसभा से जीत हासिल की। बेबी देवी और जगरनाथ महतो की 4 बेटियां और 1 बेटे हैं। सभी बेटियों की शादी हो चुकी है. जबकि सबसे छोटा बेटा राजू महतो की अभी तक शादी नहीं हुई है। जानकारी के मुताबिक वह अभी वकालत की पढ़ाई कर रहा है। मंत्री जगरनाथ महतो के निधन के बाद बेबी देवी और उनके पुत्र दोनों मिलकर अपने इलाके में सक्रिय है।
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