रांची: झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन शुक्रवार को अपनी ही सरकार के खिलाफ विधानसभा के मुख्य द्वार पर झामुमो विधायक बैजनाथ राम धरना पर बैठे. उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार सिर्फ आश्वासन दे रही है. पिछले तीन वर्षों से लातेहार जिले के बालूमाथ में अस्पताल निर्माण की वह मांग कर रहे हैं. सदन में भी कई बार इस मुद्दे को उठाया गया.
बालूमाथ में अस्पताल के लिए मुख्यमंत्री से भी कहा- कोई काम नहीं हुआ
विधानसभा के मुख्य द्वार पर धरने पर बैठे बैजनाथ राम ने कहा कि मुख्यमंत्री से मिलकर भी इस बात को रखा, लेकिन कोई काम नहीं हुआकहा कि उन्होंने कहा कि अस्पताल का निर्माण नहीं हुआ, लेकिन एक करोड़ 25 लाख का घोटाला जरूर हो गया. सदन में भी इस बात को उठाया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. साफ कहा कि सरकार कोई भी हो वह पहले लातेहार के विधायक हैं, उनका पहला दायित्व क्षेत्र की जनता का विकास है और इसके लिए वह लोकतांत्रिक तरीके से आवाज उठाते रहेंगे.
स्वास्थ्य मंत्री आश्वासन देते रहे, बैद्यनाथ राम ने बात भी नहीं की
धरने पर बैठे विधायक बैद्यनाथ राम से मुलाकात करने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पहुंचे. स्वास्थ्य मंत्री बार-बार पत्रकारों के सामने विधायक को आश्वासन देते रहे, लेकिन बैद्यनाथ राम ने मंत्री से बातचीत तक नहीं की. बैद्यनाथ राम ने कहा कि मुझे स्वास्थ्य मंत्री की बातों पर भरोसा नहीं है. मुख्यमंत्री से शिकायत करेंगे.
भाजपा विधायकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की
उधर, विधानसभा मुख्य द्वार पर भाजपा विधायकों ने झारखंड सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रदर्शन किया. भाजपा विधायक मनीष जायसवाल ने कहा कि रोजगार का झांसा देकर हेमंत सरकार बनी लेकिन तीन वर्षों में झारखंड के युवाओं को रोजगार नहीं मिला.
गलत नियोजन नीति बनाकर ठगने का काम किया
उन्होंने कहा कि पहले से जिसे रोजगार मिला था, उसे भी इस सरकार ने छीनने का काम किया. पोषण सखी का मामला सबके सामने है. इसी तरह से गलत नियोजन नीति बनाकर इस सरकार ने युवाओं को है.
भाजपा विधायक नीरा यादव ने कहा कि झारखंड में बहू- बेटियां सुरक्षित नहीं है. जब यह मामला उठाया जाता है तो मुख्यमंत्री का बयान आता है कि कहां नहीं होती है ऐसी घटनाएं. मुख्यमंत्री का यह बयान उनकी संवेदनशीलता को दर्शाता है.