जामताड़ा: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जामताड़ा पहुंचकर भाजपा के अंदरूनी गतिरोध को खत्म करने की कोशिश की. उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में झामुमो सरकार को घुसपैठियों की सरकार करार देते हुए कहा कि यदि यह सरकार दोबारा बनी, तो राज्य में लोगों की सुरक्षा खतरे में पड़ जाएगी. मुख्यमंत्री ने स्थानीय वरिष्ठ भाजपा नेता वीरेंद्र मंडल के साथ करीब एक घंटे तक चर्चा की और कहा, “मैंने तीन महीनों में समझ है कि झामुमो सरकार हर समाज को खोखला कर रही है, अगर यह सरकार दोबारा आती है, तो कोई भी समाज सुरक्षित नहीं रहेगा.” इरफान अंसारी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि झामुमो सरकार में ऐसे नेताओं के खिलाफ कार्रवाई न होना कोई आश्चर्य की बात नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार में सभी खेल पैसे के लिए होते हैं, और जिन नेताओं को करप्शन के मामले में जेल होती है, वे बाहर आकर जनता को भ्रमित करने का प्रयास करते हैं. मुख्यमंत्री ने सोरेन परिवार के खिलाफ अपशब्द कहने की घटना का भी जिक्र किया और कहा कि हेमंत सोरेन की ओर से कोई प्रतिक्रिया न आना इस बात का प्रमाण है कि वे अपने नेताओं के लिए समर्पित हो गए हैं. उन्होंने झामुमो को “बंटी-बबली की सरकार” बताते हुए चेतावनी दी कि समाज को जागरूक होना जरूरी है. वीरेंद्र मंडल की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि उनके रहते जामताड़ा में कोई असुविधा नहीं होगी। मंडल ने कहा कि समय पर सभी बातें स्पष्ट होंगी और सभी को धैर्य रखने की सलाह दी.