रांची: केन्द्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री व झारखंड चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान रविवार को झारखंड की खिजरी विधानसभा पहुंचे. जहां उन्होंने अभिनंदन सह-विजय संकल्प सभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि, भगवान बिरसा मुण्डा जी की पवित्र धरा पर आकर मन प्रसन्नता और आनंद से भर गया है. आज मैं आपके बीच किसी नेता के रूप में नहीं बल्कि साधारण कार्यकर्ता के रूप में आया हूं. झारखंड में लोकसभा चुनाव में हमने 14 में से 9 सीटों पर जीत हासिल की है. साथ ही विधानसभा की 81 में से 52 सीटों पर भाजपा आगे रही है. मैं इस शानदार सफलता के लिए कार्यकर्ताओं का अभिनंदन करता हूं. साथ ही कहा कि नरेन्द्र मोदी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है. 64 सालों में ये पहली बार हुआ है कि, कोई राजनेता लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बना हो. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन, कांग्रेस, आरजेडी ये सब गठबंधन के लोग झारखंड की जनता से झूठ बोल रहे हैं. इन्हें जनता से कोई सरोकार नहीं है. ये सिर्फ लूटने में जुटे हैं.
वादे पूरे नहीं कर पाई जेएमएम
झारखंड चुनाव प्रभारी ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले जनता से जेएमएम ने निश्चय पत्र में 144 वादे किए थे. वहीं कांग्रेस ने 317 वादे अपने घोषणा पत्र में किए थे. गठबंधन ने कुल 461 वादे झारखंड की जनता से किए. मैं इस लुटेरी सरकार से पांच सवाल पूछना चाहता हूं.
- निश्चय पत्र में वादा किया गया था कि स्नातक को 5 हजार और स्नातकोत्तर को 7 हजार रूपए बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा. आखिर क्यों ये वादा पूरा नहीं किया गया. क्यों युवाओं के साथ वादाखिलाफी की गई. मुख्यमंत्री और कांग्रेस जवाब दें.
- झारखंड की लुटेरी सरकार ने महिलाओं से वादा किया था कि पूरे राज्य में महिला बैंक की स्थापना की जाएगी. बिना गारंटी के 50 हजार रूपए तक गरीब महिला आधार कार्ड दिखाकर लोन ले सकेगी. मुख्यमंत्री जी जवाब दें कि कहां है, महिला बैंक और कहां आधार कार्ड दिखाकर लोन दिया जा रहा है.
3. वचन पत्र में किसानों के लिए भी कई वादे किए गए थे. वादा किया गया था कि किसान बैंक की स्थापना की जाएगी और किसान उत्पाद बेच सकेंगे. सरकार जवाब दें कि कहां है किसान बैंक और किन-किन जिलों में खोले गए हैं.
4. निश्चय पत्र में आदिवासी, दलित कल्याण व वन संरक्षण में भी लिखा है कि खनन नहीं पर्यटन की नीति बनाकर विकास करेंगे. मुख्यमंत्री जवाब दें कि, पर्यटन तो आपने खत्म कर दिया और खनन चरम पर हैं. जिन आदिवासी कल्याण की बात कर रहे हैं, उन्हीं आदिवासियों को आमजनों को बालू के अवैध उत्खनन से बालू के बढ़े हुए दामों से पीएम आवास जैसे मकान बनाने में समस्या हो रही है.
5. पलामू, गड़वा, गिरिडीह, चाइबासा, दुमका और देवघर को 25 हजार करोड़ की राशि से विश्व स्तरीय शहर बनाने का वादा था. मुख्यमंत्री जी जवाब दें कि, क्यों इन छह शहरों की जनता के साथ धोखा किया. 25 हजार करोड़ तो छोड़िए 100 करोड़ भी खर्च नहीं किए.