जामताड़ा: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने गुरुवार को जामताड़ा में आयोजित एक जनसभा में कांग्रेस और झामुमो पर आदिवासियों के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि झारखंड में इन पार्टियों की सरकारें आदिवासियों, खासकर संथालों के हित में काम नहीं कर रही हैं. भाजपा को आदिवासी विरोधी बताने वाले खुद सबसे बड़े आदिवासी विरोधी हैं. भाजपा जनजाति मोर्चा द्वारा संथाल परगना में आदिवासियों की घटती जनसंख्या और उनकी जमीनों की लूट को लेकर एक जनआक्रोश रैली का आयोजन किया गया. यज्ञ मैदान में आयोजित सभा में बाबूलाल मरांडी ने भाजपा द्वारा संथाल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठ पर चिंता जताई और इस मुद्दे पर एसआईटी गठन की मांग की. उन्होंने कहा कि भाजपा ने संथाली भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल कराया, झारखंड को अलग राज्य बनाया और आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति जैसे महत्वपूर्ण पद पर बिठाया.
मईयां सम्मान योजना को बताया लॉलीपॉप
वर्तमान सरकार पर आरोप लगाया कि उन्होंने आदिवासियों के लिए कोई ठोस काम नहीं किया है. उन्होंने वर्तमान सरकार की ‘मईयां सम्मान योजना’ को एक लॉलीपॉप करार देते हुए कहा कि यह केवल वोट बटोरने का एक तरीका है. उनके अनुसार युवाओं को रोजगार, पेंशन और महिलाओं को सम्मान देने के वादे पूरे नहीं किए गए हैं. उन्होंने लोगों से अपील की कि यदि वे अपनी जमीन और बेटियों की इज्जत की रक्षा चाहते हैं तो भाजपा को समर्थन दें. सभा के दौरान पूर्व सांसद सुनील सोरेन ने भी वर्तमान झारखंड सरकार की आलोचना की और मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की योजनाओं की सराहना की. उन्होंने भाजपा द्वारा आदिवासियों के हित में उठाए गए कदमों की सराहना करते हुए भाजपा को समर्थन देने की बात की. सभा के बाद यज्ञ मैदान से एक जनआक्रोश रैली निकाली गई, जो इंदिरा चौक, स्टेशन रोड और सुभाष चौक होते हुए पुनः यज्ञ मैदान में समाप्त हुई.
ये रहे मौजूद
भाजपा जिला अध्यक्ष सुमित शरण, पूर्व कृषि मंत्री सत्यानंद झा बाटुल, जनजाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष मंगल सोरेन, वरिष्ठ आदिवासी नेता सुनील हांसदा, भाजपा नेता तथा सैकड़ों कार्यकर्ता और ग्रामीण आदिवासी पुरुष व महिलाएं उपस्थित थे.