भूमि अधिग्रहण बिल में संशोधन के खिलाफ बुलाये गए बंद के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, बाबुलाल मरांडी, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार , सुबोधकांत सहाय , सुखदेव भगत समेत तमाम बड़े विपक्षी नेताओं की गिरफ्तारी हुई थी। शाम तकरीबन 5.30 बजे राज्यभर में गिरफ्तार बंद समर्थकों को छोड़ दिया गया। झारखंड गठन के बाद अबतक किसी बंद में सर्वाधिक 18,973 बंद समर्थकों की गिरफ्तारी हुई थी। बंद के दौरान राजधानी रांची के कांके में बंद समर्थकों ने सुबह सुबह रोड पर टायर जलाकर रोड बाधित करना चाहा, लेकिन पुलिस ने टायर तुरन्त हटा दिया। लोआडीह नामकुम में बंद समर्थकों ने आवागमन बाधित किया। कुछ समर्थकों ने बीच सड़क पर आकर गाड़ियों को रोक दी थी। हालांकि पुलिस के आने के पहले बंद समर्थक वहां से निकल गए थे। पंडरा में बंद समर्थको ने पत्थरबाज़ी की थी, ऐसे में पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
पाकुड़ में आदिवासी छात्र संगठन ने किया सड़क जाम
पाकुड़ में बंद समर्थकों ने पारंपरिक हथियार से लैस होकर एसडीओ आवास के समीप सड़क जाम कर दिया था। समर्थकों ने रेलवे ट्रैक को भी जाम किया था। पुलिस ने वहाँ से उनलोगों को हटाया,नगर थाना पुलिस ने दर्जनों लोगों को लिया हिरासत में लिया गया था। चतरा में पूर्व कृषि मंत्री सत्यानंद भोक्ता सहित विपक्ष के कई नेताओं को पुलिस ने किया गिरफ्तार सभी को कम कैंप जेल में रखा गया था।
दुमका में बंद समर्थकों का सिदो कान्हू चौक (पोखरा चौक) में जुटान विधायक नलिन सोरेन के नेतृत्व में हुआ था। इधर बन्द को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए प्रशासन ने भी पूरी तैयारी कर रखी है। जगह जगह पर पुलिस पदाधिकारियों के साथ पर्याप्त संख्या में जवान तैनात किए गए थे।
बंद पर सरकार सख्त।
जिला कितनी गिरफ्तारी
रांची 1943
जमशेदपुर 2582
देवघर 1427
दुमका 2234
हजारीबाग 301
कोडरमा 476
गिरिडीह 769
चतरा 72
गिरिडीह 769
गोड्डा 870
गुमला 1044
सिमडेगा 78
लोहरदगा 392
चाईबासा 637
सरायकेला 525
पलामू 306
गढ़वा 694
लातेहार 380
रामगढ़ 531
साहेबगंज 464
पाकुड़ 695
जामताड़ा 1129
बोकारो 198
धनबाद 1226
तस्वीरों में बंद