रांची: लोकसभा चुनाव में झारखंड में आदिवासी वोटरों ने भाजपा को बुरी तरह नकार दिया है. भाजपा राज्य में आदिवासियों के लिए आरक्षित सभी 5 लोकसभा सीटों से चुनाव हार चुकी है. बस इसकी आधिकारिक घोषणा होनी बाकी है. पांच में से तीन सीटों पर झामुमो और दो सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की है. राजमहल, दुमका और सिंहभूम लोकसभा सीट पर झामुमो ने कब्जा जमाया है, वहीं खूंटी और लोहरदगा लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है. इस बार इंडी गठबंधन को झारखंड में 2019 के मुकाबले 3 सीटें ज्यादा मिली है. राजमहल और सिंहभूम सीट पर इंडी गठबंधन दोबारा कब्जा जमाने में कामयाब रही, वहीं भाजपा के हाथ से दुमका, लोहरदगा और खूंटी लोकसभा सीट को झटक लिया है. झारखंड में भाजपा के लिए यह बहुत बड़ा झटका है.
राजमहल में तीसरी बार झामुमो का कब्जा
राजमहल लोकसभा सीट से झामुमो के प्रत्याशी विजय हांसदा भाजपा के ताला मरांडी से 112293 वोटों से आगे चल रहे हैं. अबतक जो अपडेट है उसके मुताबिक विजय हांसदा को 461407 वोट मिले हैं, जबकि ताला मरांडी को 349214 वोट हासिल हुए.
सीता भी दुमका में भाजपा को नहीं बचा पाईं!
दुमका लोकसभा सीट से झामुमो के नलिन सोरेन ने शिबू सोरेन की बड़ी बहू सीता सोरेन को मात दी है. नलिन सोरेन सीता से 21589 वोट से आगे चल रहे हैं. सीता सोरेन चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुई थीं, लेकिन जनता ने उन्हें नकार दिया.
सिंहभूम में गीता की शर्मनाक हार
सिंहभूम लोकसभा सीट पर भाजपा की शर्मनाक हार हुई है. सिंहभूम से झामुमो की प्रत्याशी जोबा मांझी भाजपा प्रत्याशी गीता कोड़ा से 160970 वोट से आगे चल रही हैं. गीता कोड़ा सिंहभूम की सीटिंग सांसद हैं. वे चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुई थीं, लेकिन जनता ने उन्हें नकार दिया.
लोहरदगा सीट भी भाजपा बचा नहीं पाई
लोहरदगा लोकसभा सीट भी भाजपा ने गंवा दी है. कांग्रेस प्रत्याशी सुखदेव भगत भाजपा के समीर उरांवसे 1.27 लाख वोट से आगे चल रहे हैं. 2009 से 2019 तक लगातार इस सीट पर भाजपा का कब्जा था, लेकिन इस बार परिवर्तन की लहर चली.
अर्जुन मुंडा की सबसे शर्मनाक हार
भाजपा सबसे अधिक वोट से खूंटी लोकसभा सीट पर चुनाव हारी है. केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा खूंटी से 1 लाख 45 हजार से ज्यादा वोटों से पीछे चल रहे हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में अर्जुन मुंडा से मात्र 1400 वोट से हारने वाले कांग्रेस के कालीचरण मुंडा ने इस बार उन्हें भारी मतों से पछाड़ा है.