रांची: राजधानी के कचहरी चौक स्थित रांची नगर निगम भवन किसी परिचय का मोहताज नहीं है. बिल्डिंग की बनावट और खूबसूरती की चर्चा तो होती है. वहीं इसके आसपास ग्रीनरी पर भी ध्यान दिया गया है. अब राजधानी में चल रहे इंटरनेशनल हॉकी को लेकर भी रांची नगर निगम का भवन चर्चा में है. जहां रात में लेजर लाइट शो लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. इस लाइट एंड साउंड शो में झारखंड में हॉकी के इतिहास को बताया जा रहा है. इतना ही नहीं यहां की संस्कृति से भी लोगों को अवगत कराया जा रहा है. बता दें कि रांची में 27 अक्टूबर से झारखंड वीमेंस एशियन चैंपियंस ट्राफी की शुरुआत हो चुकी है जो 5 नवंबर तक चलेगा.

पहला स्वर्ण जीतने वाली टीम के कप्तान थे जयपाल सिंह

लेजर लाइट एंड साउंड शो के तहत नगर निगम के भवन पर तरह-तरह की कलाकृतियां दिखाई जा रही हैं. सीएम हेमंत सोरेन की तसवीर के साथ हॉकी का इतिहास भी बताया जा रहा है. इसके अलावा झारखंड के हॉकी खिलाड़ी जयपाल सिंह मुंडा की तसवीर भी दिखाई जा रही है. जिसके माध्यम से बताया जा रहा है कि 1928 में भारत को पहला ओलंपिक स्वर्णपदक हॉकी में मिला था. जिसके कप्तान मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा थे. 1972 में ओलंपिक में हॉकी टीम का नेतृत्व झारखंड के माइकल किंडो ने किया था. 1980 में ओलंपिक में गोल्ड जीतने वाले टीम में झारखंड के सिलवानुस डुंगडुंग शामिल थे. असुंता लकड़ा ने हॉकी खिलाड़ी से नेशनल कोच तक सफर तय किया है. झारखंड की बेटियों निक्की प्रधान, सलीमा टेटे, असुंता लकड़ा, संगीता कुमारी ने नेशनल गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स में देश का झंडा बुलंद किया है. अब ये खिलाड़ी झारखंड में चल रहे झारखंड वीमेंस एशियन चैंपियंस ट्राफी में भारतीय टीम का हिस्सा है और अपना शानदार प्रदर्शन कर रही है.

 

 

 

Share.
Exit mobile version