रांचीः राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन स्पष्ट तौर पर कहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ ऑफिस ऑफ प्रोफिट मामले में चुनाव आयोग को भेजी गयी सिफारिश का राजभवन मुल्यांकन किया जा रहा है. मीडिया से बात करने के दौरान राज्यपाल ने कहा है कि गलत काम करने वाले लोगों को परिणाम भुगतना ही पड़ेगा. ऑफिस ऑफ प्रोफिट मामले पर राज्यपाल की टिप्पणी के बाद झारखंड की सियासत गर्म हो गयी है. राज्यपाल ने कहा कि कुछ कठिनाइयां हैं. हमें इससे गुजरना होगा और हम करेंगे. उन्होंने कहा कि हम एक स्वच्छ सार्वजनिक जीवन की आशा कर रहे हैं. मालूम हो कि तत्कालीन राज्यपाल रमेश बैस के कार्यकाल में ही भाजपा सहित अन्य लोगों द्वारा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा अनगड़ा में पत्थर खनिज लीज मामले में ऑफिस ऑफ प्रॉफिट के तहत कार्रवाई करने तथा विधानसभा की सदस्यता समाप्त करने की मांग की थी. इसके बाद ही राज्यपाल ने इस पर चुनाव आयोग मंतव्य मांगा था.

इडी और आइटी की कार्रवाई किसी विशेष पार्टी या पार्टी के पदाधिकारियों के खिलाफ नहीं होती

कांग्रेस सांसद धीरज साहू से जुड़े परिसरों पर आयकर विभाग की तलाशी के दौरान नकदी जब्त होने के बारे में पूछे जाने पर राज्यपाल श्री राधाकृष्णन ने कहा कि जब इडी और आइटी कोई कार्रवाई करता है तो वे किसी विशेष पार्टी या पार्टी के पदाधिकारियों के खिलाफ नहीं होते है. ये एजेंसियां उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है, जो भ्रष्टाचार के मामलों में आरोपी हैं.

 

 

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