रांची : भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) और झारखंड पर्यटन, कला, संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) हस्ताक्षरित किया गया है. यह कार्यक्रम शनिवार को नई दिल्ली स्थित आईसीसीआर परिसर में आयोजित किया गया, जिसमें झारखंड सरकार के कला संस्कृति निदेशक आसिफ एकराम और आईसीसीआर की उप महानिदेशक अंजू रंजन ने हस्ताक्षर किए.

क्या फायदे होंगे

यह एमओयू झारखंड की समृद्ध कला और संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है. इसके तहत राज्य के कलाकारों को विदेशों में अपनी कला का प्रदर्शन करने के लिए विस्तृत मंच उपलब्ध होगा. इस सांस्कृतिक आदान-प्रदान से झारखंड के कलाकारों को लाभ मिलने के साथ-साथ राज्य की सांस्कृतिक परंपराओं का भी वैश्विक स्तर पर प्रचार होगा.

सांस्कृतिक धरोहर का होगा प्रचार-प्रसार

आईसीसीआर के महानिदेशक कुमार तुहिन ने इस समझौते को स्वागत योग्य बताते हुए कहा कि यह झारखंड सरकार और आईसीसीआर के बीच संबंधों को और मजबूत करेगा. उन्होंने कहा कि इससे झारखंड के सांस्कृतिक और राजनयिक संबंध विदेशों में बढ़ेंगे. झारखंड सांस्कृतिक कार्य निदेशक आसिफ एकराम ने इस अवसर पर कहा कि इस एमओयू से न केवल झारखंड की सांस्कृतिक धरोहर का प्रचार-प्रसार होगा, बल्कि विदेशी कला और संस्कृति का भी झारखंड में प्रदर्शन होगा, जिससे राज्य का पर्यटन और कला क्षेत्र विकसित होगा.

देश के 21 राज्य पहले ही कर चुके हैं समझौता

गौरतलब है कि 11 नवंबर 2022 को आयोजित एक सांस्कृतिक सम्मेलन में 21 राज्यों ने पहले ही आईसीसीआर के साथ इसी तरह के समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे, जो कि सांस्कृतिक सहयोग के लिए एक सकारात्मक कदम है. इस प्रकार, यह समझौता झारखंड की कला और संस्कृति को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है.

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