रांची: 12वीं हॉकी इंडिया नेशनल सीनियर महिला हॉकी चैंपियनशिप में झारखंड महिला हॉकी टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है. झारखंड ने अपने चिर प्रतिद्वंदी हॉकी हरियाणा को तीन के मुकाबले दो गोल से पराजित कर कांस्य पदक जीता. 2015 के बाद किसी भी सीनियर राष्ट्रीय हॉकी प्रतियोगिता में झारखंड कोई पदक नहीं जीत पाया था इस जीत के बाद खिलाड़ियों में खुशी की लहर है. सात वर्ष के बाद एक बार फिर से झारखंड ने सीनियर नेशनल हॉकी प्रतियोगिता में कोई पदक जीता है.
हॉकी झारखंड ने पूरे प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते हुए अपने पहले मैच में पुदुचेरी को 36-0 से पराजित कर एक नया रिकॉर्ड बनाया. उसके बाद दूसरे मैच में हॉकी आंध्र प्रदेश को 10-0 हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई जहां पेनाल्टी शूट आउट सहारे हॉकी महाराष्ट्र को 5-4 गोल से मात दिया. हालांकि सेमीफाइनल मैच में झारखंड को ओडिशा से हार का सामना करना पड़ा और उसका फाइनल में पहुंचने का सपना अधूरा रह गया.
हालांति तीसरे और चौथे स्थान के लिए खेले गए मैच में झारखंड ने हरियाणा को 3-2 से पराजित कर कांस्य पदक अपने नाम कर लिया. पूरे प्रतियोगिता में झारखंड टीम ने सभी टीमों से अधिक 49 गोल किए. फाइनल जीतने वाली ओडिशा की टीम ने कुल 41 गोल किए. व्यक्तिगत गोल करने में भी झारखंड के खिलाड़ियों ने अव्वल स्थान हासिल किया. प्रतियोगिता में सर्वाधिक गोल करने वाले में प्रथम 10 स्थान में झारखंड के चार खिलाड़ी थे.
सबसे अधिक वेतन डुंगडुंग ने 12 गोल और दूसरे स्थान में झारखंड की अलबेला रानी टोप्पो ने 10 गोल किए. इसके अलावा चौथे स्थान में झारखंड की प्रमिला सोरेंग ने 08 गोल कर प्रथम चार स्थान में अपने नाम दर्ज कराया. जबकि झारखंड के फुलमनी भेंगरा ने 5 गोल कर सर्वाधिक गोल करने वालों में नवे स्थान पर रहीं.
कांस्य पदक जीतकर रांची पहुंचने पर हॉकी झारखंड ने सभी खिलाड़ियों का स्वागत किया गया. हॉकी झारखंड के महासचिव विजय शंकर सिंह, सीईओ रजनीश कुमार सहित अन्य पदाधिकारियों ने सभी खिलाड़ियों को फूल माला और बुके देकर स्वागत किया. कांस्य पदक विजेता झारखंड टीम में अंजली बिंझिया, रेशमा सोरेंग, डिप्टी टोप्पो, सिमता मिंज, अलबेला रानी टोप्पो, प्रमिला सोरेंग, वेतन डुंगडुंग, सम्मी बड़ा, विनीता तिर्की, सुभासी हेमरोम, रानी कुमारी, सुशीला कुजुर, रोशनी डुंगडुंग, नीरू कुल्लू, निराली कुजुर, एडलिन बागे, फुलमनी भेंगरा,अमृता मिंज, कोच-बिगन सोय और मैनेजर प्रतिमा तिर्की हैं.