रांची। बजट सत्र के 14वें दिन बीजेपी विधायकों के जोरदार प्रदर्शन को लेकर आज सदन में सत्ता पक्ष ने नाराजगी जताई है। सत्ता पक्ष के इस सवाल पर स्पीकर ने कहा कि जिस सदस्य ने गलत आचरण किया है उसपर मैं खुद चीजो को देखूंगा। बता दें रामनवमी को लेकर कल हजारीबाग विधायक मनीष जायसवाल ने सदन में जोरदार भाषण दिया।
रामनवमी पर लगे रोक से भड़के मनीष ने सरकार को विशेष धर्म का पक्षपाती करार दिया और कहा कि हेमंत सरकार तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है। बता दें कि रामभक्तों के सबसे बड़े त्योहार रामनवमी को लेकर झारखंड के हजारीबाग में प्रशासन के लगे रोक के खिलाफ बीजेपी के विरोध कर रही है। बता दें हजारीबाग में रामनवमी उत्सव को लेकर प्रशासन द्वारा लगाई गई रोक को लेकर वहां तनाव की स्थिति बन गई है। मालूम हो कि प्रशासन ने यहां रामनवमी पर किसी तरह का डीजे बजाने पर रोक लगा दी है।
इसके साथ ही रामनवमी पर शष्त्र पूजन व प्रदर्शन के साथ उत्सव में आयोजित होने वाले पारंपरिक नाटकों में लाठी डंडे या अन्य हथियारों के प्रदर्शन पर भी रोक लगा दी है। मालूम हो कि पारंपरिक रूप से रामनवमी का जश्न हजारीबाग में एक महीने पहले से ही शुरू हो जाता है और हर मंगलवार को लोग गाजे बाजे व पारंपरिक हथियारों के साथ जुलूस निकालते हैं।
लेकिन वहीं इस बार प्रशासन ने इस तरह के आयोजन करने पर भी रोक लगा दी है। बता दें कि प्रशासन के इस आदेश का स्थानीय लोग लगातार विरोध कर रहे हैं। वहीं प्रशासन अपने फैसले पर कायम रहते हुए इस आदेश का विरोध करने वाले के खिलाफ एफआईआर और गिरफ्तारी शुरू कर दी है। बता दें इस संबंध में पहली एफआईआर 14 मार्च को दर्ज की गयी थी।
इधर इस फरमान को लेकर बीजेपी विधायक मनीष जायसवाल ने झारखंड सरकार को घेरने का प्रयास किया है। अपने पहले ही दिए गए बयानों में मनीष ने कहा कि झारखंड सरकार हिन्दू त्यौहारों के साथ खिलवाड़ कर रही है। इसके साथ ही उन्होंने प्रशासन और सरकार को चेतावनी दी कि किसी हाल में वह अपनी परंपरा और त्यौहारों को नहीं छोड़ने वाले। इसी कड़ी में मनीष ने हजारी बाग मामले को लेकर कल सदन से सरकार को घेरा और इस बारे में सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं मिलने पर अपना कुर्ता फाड़ कर विरोध दर्ज कराया।
बताते चलें कि कल रामनवमी को लेकर सदन में बीजेपी का प्रतिरोध अपने चरम पर था। विधायक मनीष जायसवाल ने सदन में अपने तीखे तेवर के साथ हजारीबाग जिले में त्योहार पर प्रतिबंध को लेकर कई कड़े सवाल किये. विधायक ने इस मामले में पूछा कि क्या हम तालिबान में रहते है। क्या हेमंत सरकार की राज में हिंदू होना गुनाह है।
यदि हमारी बात नहीं सुनी जाती है तो हमारे सदन में आने का क्या मतलब है. बता दें बजट सत्र के 14वें दिन हजारीबाग में रामनवमी को लेकर प्रशासन की तरफ से लगाए गए सख्त प्रतिबंध के खिलाफ भाजपा गोलबंद होती दिखी। वहीं प्रशासन ने रामनवमी में ध्वनि को लेकर डीजे बजाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। वहीं रामनवमी हिंदू आस्था का बहुत ही महत्वपूर्ण त्योहार है इस प्रकार से रामनवमी को लेकर प्रतिबंध होने से सड़क से सदन तक मामला गर्माया हुआ है।
वहीं नियोजन नीति पर विधानसभा में विधायक मनीष जयसवाल ने कहा कि हम नियोजन को लेकर लंबे समय से विरोध कर रहे थे हमारी एक ही मांग थी कि मुख्यमंत्री सदन में आकर जवाब दें। अब हमने रामनवमी का विषय सदन में उठाया है बता दें पांच हजार लोगों पर 107 हुआ है। वाद्य यंत्र बजाने पर रोक है, डीजे वालों से हस्ताक्षर कराया जा रहा है।