Joharlive Team
रांची। विधानसभा बजट सत्र के पांचवें दिन भी गुरुवार को सदन कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। हालांकि फिलहाल सदन की कार्यवाही जारी है। इससे पहले भाजपा विधायकों ने कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी द्वारा बुधवार को सदन के बाहर दिए गए बयान पर हंगामा किया। इरफान ने बुधवार को कहा था कि श्भाजपा विधायक सदन में कुत्ते की तरह भौंक रहे।श् विधानसभा अध्यक्ष रवीन्द्र नाथ महतो के आसन ग्रहण करते ही भाजपा के भानू प्रताप शाही ने कहा कि इरफान अंसारी ने कल विपक्षी विधायकों के खिलाफ अमर्यादित शब्द का इस्तेमाल किया है। इसलिए उनपर कार्रवाई होनी चाहिए। इसके बाद भाजपा के विधायक वेल में आ गए और इरफान अंसारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। विधानसभा अध्यक्ष ने सदस्यों को शांत कराने का हर संभव प्रयास किया।
उन्होंने पूर्व मंत्री सीपी सिंह को मेंटल तक बता दिया और इलाज करवाने की बात कह डाली। जवाब में सीपी सिंह ने भी कहा कि वो इलाज करवाने के लिए तैयार हैं।विवाद और इरफान अंसारी का चोली दामन का साथ लगता है। तभी तो एक मामला शांत होता है कि नही दूसरा मामला वो खड़ा कर देते हैं। एकबार फिर अपने बड़बोलेपन में उन्होंने पूर्व मंत्री सीपी सिंह को मेंटल तक बता दिया। इतने तक ही वो नहीं रुके, आगे उन्होंने कहा कि वो डॉक्टर हैं, इसलिए वो सीपी सिंह का इलाज कांके में करवाएंगे, अगर वहां भी ठीक नहीं हुए तो आगरा तक ले जाएंगे। इरफान ने कहा कि सीपी सिंह के विवादित बयानों के कारण पूरा झारखंड परेशान है।उन्होंने कहा कि भानू जी आप लंबे समय से संसदीय अनुभव रखते हैं और मंत्री भी रहे हैं। इस मामले में इरफान अंसारी को भी अपनी बात रखने दीजिए, तभी हम कोई निर्णय ले पायेंगे। भाजपा के नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि इरफान अंसारी ने जिस तरह का व्यवहार किया है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाये और सदस्यता रद्द की जाये। उन्होंने कहा कि जब आप सदन के सदस्य थे, तो इनका व्यवहार देखा है।
इनका इस तरह का व्यवहार बढ़ता जा रहा है। नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि इरफान अंसारी ने इस तरह का शब्द का इस्तेमाल किया है बल्कि चतुर्थ विधानसभा के दौरान भी उन्होंने कुछ ऐसा ही किया था।
संसदीय कार्यमंत्री आलमीगर आलम ने कहा कि इरफान अंसारी को एक बार अपनी बात रखने का मौका देना चाहिए। विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि भाजपा विधायक सस्ती लोकप्रियता के लिए काम कर रहे हैं।
हंगामे के बीच सदन के नेता हेमंत सोरेन ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि विपक्ष के नेता गार्जियन विहिन हो गए हैं। इसके लिए वे पूरे राज्य में घूमे और बाहर के एक नेता को अपना विधायक दल का नेता भी चुन लिया। नेता प्रतिपक्ष के मुद्दे पर भाजपा लगातार हंगामा कर रही है जबकि ये मामला प्रक्रिया में है। इसलिए मैं विपक्ष से कहना चाहता हूं कि आपलोग खुद में से किसी एक को नेता प्रतिपक्ष चुन लीजिए और सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलने दीजिए।
बता दें कि इरफान अंसारी के भौंकने वाले बयान के जवाब में बयान पर सीपी सिंह ने कहा था कि उनमें संस्कार की कमी है और उन्हें थूक कर चाटने की आदत है। ऐसे में उनके बयान पर कोई भी टिप्पणी करना मुनासिब नहीं। सीपी सिंह के इसी बात पर इरफान अंसारी कांके ले जाने वाली बात कही है।
सदन में इरफान अंसारी के बयान पर भाजपा विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा, भानु प्रताप शाही समेत अन्य विधायकों ने स्पीकर से इरफान अंसारी की सदस्यता रद्द करने की मांग की। उन्होंने कहा कि पिछले सत्र के दौरान भी आपने इरफान अंसारी से माफी मांगने को कहा था लेकिन उन्होंने अड़ियल रवैया अपनाते हुए माफी मांगने से इनकार कर दिया था। उधर, भाजपा विधायकों की मांग पर पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि इरफान ने सदन के बाहर जो कुछ कहा है उस पर सदन में बहस नहीं हो सकती। इसके लिए कोर्ट समेत तमाम रास्ते हैं, विपक्ष के विधायक उसे अपनाएं।