Joharlive Team
रांची। वैसे तो झारखंड प्रकृति की गोद में बसा हुआ है. चारों तरफ प्राकृत्तिक सौंदर्य देखने को मिलता है। ऐसे में झारखंड में पर्यटक स्थलों की कमी नहीं है, लेकिन राजधानी रांची का धुर्वा डैम इन दिनों खासा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यह हम नहीं बल्कि घूमने आए लोग बता रहे हैं। धुर्वा डैम के पानी की लहरों से निकली आवाज इन दिनों लोगों को खूब भा रहा है और लोगों की मानें तो उन्हें समुद्र किनारे घूमने का एहसास मिल रहा है।
सारंडा के घने जंगल से घूमने आए परिवार के लोगों की मानें तो उन्हें पुरी के समुद्र किनारे घूमने का एहसास यह धुर्वा डैम का किनारा दिला रहा है। इनकी मानें तो धुर्वा डैम के बारे में यह सभी बहुत दिनों से सुना करते थे और उनकी इच्छा थी कि यहां पहुंच कर देखें और आनंद ने आज इनका सपना पूरा हो चुका है। यहां आकर पूरा परिवार पिकनिक के साथ पूरी मस्ती कर रहे हैं।
राजधानी के ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों से भी धुर्वा डैम के किनारे लोग पिकनिक मनाने आते हैं। ऐसे में धुर्वा डैम के पानी में बांस के बल्ली से बनाया गया। सेल्फी प्वाइंट भी इन दिनों लोगों को काफी आकर्षित कर रहा है। लोग इस बांस के मचान पर चढ़कर पानी में सेल्फी खूब ले रहे हैं।
धुर्वा डैम के किनारे सैकड़ों की संख्या में लोग अपने परिवार के सदस्यों के साथ अपने दोस्तों के साथ बर्थडे और पिकनिक मनाने पहुंचते हैं। पानी के किनारे का नजारा अद्भुत होता है, इसलिए यहां ढ़ेर सारी तस्वीरें भी लेकर यादगार बनाते हैं। प्राकृत्तिक रूप से काफी सुंदर यह धुर्वा डैम लोगों को काफी आकर्षित करता है।
यहां आए कई लोगों की मानें तो लोग बाहर जो अपना छुट्टी बिताने जाते हैं। उनसे उनका आग्रह है कि वह धुर्वा डैम किनारे आकर भी वैसा आनंद पा सकते हैं। कहीं बाहर जाने की जरूरत नहीं है क्योंकि रांची में ही प्राकृतिक सौंदर्य का खजाना है। 30 से 40 किलोमीटर के अंदर कई ऐसे फॉल और डैम है जहां पर कश्मीर और शिमला जैसे प्राकृत्तिक सौंदर्य देखने को मिलता है।
ऐसे में बच्चे भी काफी उत्साहित नजर आते हैं। नए साल का स्वागत और पुराने साल की विदाई को लेकर लोगों की मानें तो कोरोना वायरस अभी और नए साल का स्वागत भी किया जाएगा. कोरोना वायरस नए साल की मस्ती को भी लोग मिस नहीं करना चाहते हैं।
राजधानी रांची नए वर्ष के आगमन को लेकर सुरक्षा के भी पुख्ता व्यवस्था किये गए हैं। 700 से अधिक पुलिस जवानों की तैनाती विभिन्न पर्यटक जगहों पर की जाएगी। साथ गोताखोरों और एनडीआरएफ की टीम भी तैनात की जाएगी।