रांची: यूपीए का 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल रमेश बैस से मिला. इस दौरान नेताओं ने राज्यपाल से वर्तमान राजनीतिक अस्थिरता को खत्म करने की मांग की. वहीं राज्यपाल ने उन्हें एक दो दिन में मामले का पटाक्षेप होने का आश्वासन दिया है. गुरुवार सुबह में यूपीए की ओर से राज्यपाल से मिलने का समय मांगा गया था. राज्यपाल ने दोपहर चार बजे उन्हें मिलने का समय दिया. दोपहर चार बजे यूपीए का 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल राजभवन पहुंचा.

इस प्रतिनिधिमंडल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू, जेएमएम के राज्यसभा सांसद महुआ माजी, कांग्रेस सांसद गीता कोड़ा, कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की, जेएमएम नेता सुप्रियो भट्टाचार्य और विनोद पांडे सामिल थे.राज्यपाल से मुलाकात के बाद राजभवन से बाहर निकले UPA नेताओं ने कहा कि जिस तरह से सूत्रों के हवाले से जो खबरे राजभवन को लेकर चल रही है उस पर रोक लगाई जाए. इस पर राज्यपाल ने स्पष्ट किया कि राजभवन का कोई सूत्र नहीं है और जो खबरें चल रही हैं वह अप्रामाणिक हैं. झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता विनोद पांडे ने बताया कि जिस तरह से मीडिया में वर्तमान सरकार और ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले को लेकर खबर आ रही है और राज्य में असमंजस की स्थिति बनी हुई है.

वैसे में राजभवन जल्द से मामले को स्पष्ट कर दें ताकि राज्य में विकास की गति तेज हो. इस उद्देश्य यूपीए प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात की है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी का एक बयान मीडिया में आया है कि अभी तो महागठबंधन अपने विधायकों को रायपुर भेज दिया है परंतु तब क्या होगा जब वह राज्य वापस लौटेंगे.

यह बयान यह बताता है बाबूलाल मरांडी और भारतीय जनता पार्टी के मन में क्या है. तकरीबन आधे घंटे तक राजभवन में यूपीए के नेता रहे. फिर राज्यपाल से मिलकर यूपीए का प्रतिनिधिमंडल राजभवन से बाहर निकला. राजभवन से बाहर आने के बाद सांसद गीता कोड़ा ने कहा कि यूपीए प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल रमेश बैस से वर्तमान राजनीतिक अस्थिरता को समाप्त करने की मांग की है. इसपर राज्यपाल ने उन्हें कहा कि वह पूरे मामले पर कानूनी सलाह ले रहे हैं और एक दो दिनों में इस मामले का पटाक्षेप हो जाएगा.

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