Ranchi : झारखंड पुलिस अफीम की खेती की रोकथाम के लिए अनोखी पहल शुरू की. इसकी शुरुआत खूंटी जिला से हुई है. डीजीपी अनुराग गुप्ता के आदेश पर अफीम प्रभावित जिलों में चॉकलेट बांट कर अफीम की खेती नहीं करने की अपील की जा रही है. सबसे बड़े साप्ताहिक बाजार मारंगहदा में पुलिस ने लोगों को अफीम के प्रति जागरूक करने के लिए चॉकलेट अभियान चलाया और इसके दुष्प्रभाव के साथ कानूनी जानकारी भी दी. मारंगहदा थाना प्रभारी शंकर विश्वकर्मा के नेतृत्व में बाजार में यह अभियान चल रहा है. यह इलाका कभी नक्सलियों का ठिकाना हुआ करता था लेकिन आज यह अफीम का केंद्र माना जाता है.
एक तरफ अभियान तो दूसरी तरफ बांट रहे चॉकलेट
खूंटी, अड़की, सायको, मुरहू और मारंगहदा थाना क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर अफीम की खेती की जाती रही है. एक तरफ पुलिस प्रशासन खेतों में लगी फसलों को नष्ट करने का अभियान चला रहा है, वहीं दूसरी तरफ एक टीम जन जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को अवैध अफीम की खेती छोड़कर वैकल्पिक खेती करने के लिए प्रेरित कर रही है. बाजारों में नुक्कड़ नाटक से लेकर वाहनों में लाउडस्पीकर के जरिए इसके दुष्प्रभाव और कानूनी जानकारी दी जा रही है. इस अभियान के दौरान शनिवार को मारंगहदा मुख्य बाजार में मारंगहदा थाना प्रभारी के नेतृत्व में बाजार वासियों एवं खरीददारी करने वालों को चॉकलेट देकर अफीम से दूर रहने का अनुरोध किया गया.
क्या लिखा हुआ है रैप में स्लोगन
चॉकलेट के रैपर पर अफीम के खिलाफ स्लोगन लिखा हुआ है. रैपर पर स्लोगन के साथ लिखा है, “अफीम की खेती करना कानूनन अपराध है, संलिप्त पाए जाने पर गिरफ्तारी होगी, पकड़े जाने पर 10 वर्ष से लेकर आजीवन कारावास तक की सजा होगी” तथा “एनडीपीएस एक्ट के तहत संपत्ति जब्त की जाएगी”.
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