रांची: झारखंड ओबीसी आरक्षण मंच की महत्वपूर्ण बैठक पुराना विधानसभा स्थित पावर हाउस के पास बीएल पासवान के आवासीय कार्यालय में हुई. जिसकी अध्यक्षता मंच के केंद्रीय अध्यक्ष और राजद महासचिव कैलाश यादव ने की. बैठक के दौरान, झारखंड ओबीसी आरक्षण मंच ने एचइसी आवासीय क्षेत्र सेक्टर 2 धुर्वा के निवासी हिमांशु लाल राज को भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयनित होने पर सम्मानित किया. अध्यक्ष कैलाश यादव और उपाध्यक्ष बीएल पासवान ने हिमांशु को शॉल, संविधान की किताब और गुलदस्ता प्रदान किया. इसके साथ ही, उनके पिता हीरालाल बैठा को भी अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया और शुभकामनाएं दी गईं. चर्चा के दौरान, उपस्थित सदस्यों ने जाति जनगणना और आरक्षण सीमा बढ़ाने को लेकर 15 अगस्त के बाद जनांदोलन करने का निर्णय लिया. इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट द्वारा एसटी-एससी को आरक्षण में क्रीमीलेयर लागू करने के फैसले का कड़ा विरोध किया गया.

न्यायालय से पुनर्विचार की अपील

मंच के अध्यक्ष कैलाश यादव ने कहा कि लोकतंत्र में विधायिका सर्वोपरि होती है. संसद एवं विधानसभा में कानून बनाना उनके अधिकार में है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को विधायिका के अधिकार में हस्तक्षेप करार दिया और केंद्र की मोदी सरकार से इस निर्णय को निरस्त करने के लिए विधेयक लाने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि जाति जनगणना के बिना किसी व्यक्ति की आर्थिक और सामाजिक स्थिति का सही आकलन नहीं किया जा सकता. क्रीमीलेयर लागू करना 120 करोड़ बहुसंख्यक समाज के खिलाफ है. ओबीसी मंच इस निर्णय का विरोध करता है. उन्होंने न्यायालय से पुनर्विचार की अपील की. बता दें कि झारखंड ओबीसी आरक्षण मंच ने राज्यभर में जागरूकता अभियान चलाने की योजना बनाई है. 15 सितंबर को रांची में एक महासम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जिसमें राज्य के सभी जिलों से प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाएगा. बीएल पासवान ने कहा कि एसटी, एससी, ओबीसी और अल्पसंख्यक वर्ग को एकजुट कर जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि आरक्षण और जातिगत जनगणना जनहित में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं.

ये रहे मौजूद

रमजान कुरैशी, दीनानाथ डॉन, रामकुमार यादव, विनोद पासवान, गोपाल प्रसाद, प्रेमनाथ प्रसाद, देवकुमार गोप, सुरेश राय, महेंद्र गोप, जावेद अंसारी, जोगिंदर प्रसाद, सुबोध ठाकुर, राम इकबाल चौधरी, मैनेजर राय, जयप्रकाश कुमार, और राकेश विनय समेत अन्य

 

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