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  • -विधायक इरफान ने तरबेज अंसारी की मौत पर की थी टिप्पणी

रांची । झारखंड की पांचवीं विधानसभा के विशेष सत्र के तीसरे और आखिरी दिन बुधवार को सत्तापक्ष एवं विपक्ष के बीच तबरेज अंसारी की मौत एवं मॉब लिंंचिंग (उन्मादी भीड़ की हिंसा) की घटना पर कांग्रेस सदस्य इरफान अंसारी की टिप्पणी को लेकर तीखी नोकझोंक हुई। सदन में शोर-शराबे के कारण राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विपक्ष की ओर से किसी भी सदस्य को अपनी बात रखने का मौका नहीं मिला।

विपक्षी सदस्यों के शोर-शराबे के बीच ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर सरकार की ओर से जवाब दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि गठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिला है और सरकार जन आकांक्षाओं के प्रति खरा उतरने के लिए प्रतिबद्ध है।

पिछली सरकार में नौकरशाह का राजनीतिकरण हुआ था, लेकिन अब नई सरकार नौकरशाहों को जनता के प्रति जिम्मेदार बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इससे पहले सत्तापक्ष की ओर से झारखंड मुक्ति मोर्चा के लोबिन हेंब्रम ने धन्यवाद प्रस्ताव को पेश करते हुए कहा कि राज्य सरकार सीएनटी एसपीटी एक्ट को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है ।

उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में इस कानून में छेड़छाड़ करने की कोशिश की गई थी। इस कानून में छेड़छाड़ कर आदिवासियों और मूल वासियों की जमीन को कौड़ियों के दाम बेचने की कोशिश की गई। युवाओं को नौकरी नहीं मिल पा रही थी तथा स्थानीय नीति को इस तरह से परिभाषित किया गया कि आरा, छपरा, बलिया और दरभंगा के लोगों को छोटी-छोटी नौकरियां मिलें। अब राज्य सरकार का यह प्रयास होगा कि स्थानीय लोगों को ही तृतीय और चतुर्थ वर्ग की सभी नौकरियां मिलें।

कांग्रेस के इरफान अंसारी ने धन्यवाद प्रस्ताव के समर्थन में कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार उन सभी मामलों की और गड़बड़ियों की जांच कराएगी, जो पिछले पांच वर्षों में रघुवरदास सरकार के दौरान हुई। जांच के बाद दोषी जेल में जाएंगे।

इस दौरान इरफान अंसारी द्वारा मॉब लिंचिंग की घटना में तबरेज अंसारी की मौत को लेकर की गई टिप्पणी से भाजपा के सदस्य नाराज हो गए और शोर-शराबा करते हुए आसन के बीच आ गए। विधानसभा अध्यक्ष रवीन्द्र नाथ महतो ने इरफान की टिप्पनी को सदन की कार्यवाही से निकालने का नियमन दिया। इसके बावजूद भी भाजपा के सदस्य इरफान अंसारी से माफी मांगने की मांग करने लगे।

इरफान अंसारी द्वारा माफी मांगने से इनकार करने के बाद शोर शराब और बढ़ गया और विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को 12 बजकर तीन मिनट पर 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी। सदन की कार्यवाही जब दोबारा शुरू हुई तो भाजपा के सदस्य फिर शोर-शराबा और सदन के बीच में आकर नारेबाजी करने लगे। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस सदस्य इरफान अंसारी को खेद व्यक्त करने के लिए उनके विवेक पर छोड़ दिया।
इसके बावजूद हंगामा होते देख विधानसभा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को सरकार की ओर से जवाब देने का आदेश दिया। विपक्षी सदस्यों के शोर-शराबे के बीच में मुख्यमंत्री ने अपनी बात रखी। इससे पहले बहरागोड़ा से झामुमो के सदस्य समीर मोहंती को विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की सदस्यता की शपथ दिलायी। अध्यक्ष ने सदन में आलमगीर आलम को कांग्रेस विधायक दल का नेता तथा झारखंड विकास मोर्चा के प्रदीप यादव को झाविमो विधायक दल के नेता के रूप में मान्यता देने की घोषणा की।

आजसू के लंबोदर महतो ने द्वितीय अनुपूरक बजट 2019-2020 पर कटौती का प्रस्ताव पेश किया। इसके बाद अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही भोजनावाकाश के लिए दो बजे दिन तक के लिए स्थगित कर दी।

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