रांची: वीरता और स्वाभिमान के प्रतीक महाराणा प्रताप की 484वीं जयंती 9 मई को धुर्वा गोलचक्कर सेक्टर 2 में बड़े उत्साह के साथ मनाया गया. झारखंड क्षत्रिय महापंचायत द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सर्व समाज के लोगों ने माल्यार्पण किया. कार्यक्रम का प्रारंभ राष्ट्र के सच्चे सपूत राष्ट्रभक्त तथा महान योद्धा की जयंती पर दीप प्रज्वलन से किया गया. डॉक्टर पीएन सिंह, आरएन सिंह, रेणुका सिंह, शिवाजी सिंह, बीरेंद्र सिंह, शैलेश्वर दयाल सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित किया. इसके बाद राष्ट्रगान से कार्यक्रम शुरू हुआ. कार्यक्रम में उपस्थित सभी क्षत्रिय वीरों द्वारा माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित किया गया. संचालन डॉक्टर धीरज सूर्यवंशी ने किया. वक्ताओं ने स्वस्थ्य, समर्थ और संस्कारिक भारत के लिए महाराणा प्रताप के दृढ़ निश्चय, त्याग, पराक्रम और आत्म सम्मान की रक्षा के लिए जीवनभर संघर्ष करने की प्रेरणा वक्ताओं ने दी. संजय सिंह द्वारा यह समाज को संदेश दिया गया कि महाराणा प्रताप का जीवन संघर्षों से भरा था. फिर भी उन्होंने सशक्त इच्छा शक्ति को समाज में फैलाने और संकल्पित करने के लिए लोगो को प्रेरित किया. मनीष सिंह ने कहा कि भविष्य में हमसभी मिलकर एक अच्छे और सशक्त समाज के कल्याण हेतु क्षत्रिय समाज को आगे लायेंगे एवं उनके बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे. मौके पर रामेश्वर दयाल सिंह, काली प्रसाद सिंह, दिलीप सिंह, विकास सिंह, मुन्ना सिंह, पुरषोत्तम राठौड़, सुलेखा सिंह, राजा सिंह, अनुरंजीता सिंह, मुकेश कुमार सिंह समेत अन्य मौजूद थे.