रांची। झारखंड हाई कोर्ट में मंगलवार को सातवीं से दसवीं जेपीएससी सिविल सर्विसेज एग्जामिनेशन में अभ्यर्थियों को मार्क्स स्टेटमेंट, मॉडल आंसर शीट देखने नहीं देने और अभ्यर्थियों की कॉपी की छाया प्रति उपलब्ध नहीं करने को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई हुई।
मामले में हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति आनंद सेन की पीठ ने जेपीएससी को मौखिक रूप से कहा कि सातवीं जेपीएससी के अभ्यर्थियों के कट ऑफ मार्क्स, मार्क्स स्टेटमेंट एवं अन्य परीक्षा से संबंधित चीजों को जेपीएससी के वेबसाइट पर अपलोड किया जाए। कोर्ट ने मामले में आदेश पारित करने के लिए अगली सुनवाई अगले सप्ताह निर्धारित की है।
मामले को लेकर सोनू कुमार रंजन और अन्य की ओर से हाई कोर्ट में रिट याचिका दाखिल की है। सुनवाई के दौरान प्रार्थी की ओर से अधिवक्ता अमृतांश वत्स ने कोर्ट को बताया कि सातवीं जेपीएससी का मेरिट लिस्ट वर्ष 2022 मई में जारी हो गयी है और सफल अभ्यर्थियों की नियुक्ति भी हो गई। जेपीएससी में टॉपर, सफल और असफल अभ्यर्थी को अब तक कट ऑफ मार्क्स, अपने मार्क्स स्टेटमेंट, मॉडल आंसर शीट की कॉपी की छायाप्रति देखने का अवसर नहीं मिल पाया है जबकि 7वीं जेपीएससी के सफल अभ्यर्थियों की नियुक्ति भी हो गई है।
याचिकाकर्ता एवं अन्य अभ्यर्थियों ने मार्क्स स्टेटमेंट, कट ऑफ मार्क्स, मॉडल आंसर शीट आदि जारी करने के लिए जेपीएससी को रिप्रेजेंटेशन भी दिया था। आरटीआई के तहत अपने कॉपी की छाया प्रति भी मांगी गई थी। जेपीएससी के खुद के कार्यालय आदेश में यह जिक्र है कि अभ्यर्थियों का मार्क्स स्टेटमेंट मॉडल आंसर की उनकी कॉपी की प्रतिलिपि देखने को जल्द से जल्द दिया जाता है। पहले की भी जेपीएससी एग्जाम में यूपीएससी की वेबसाइट में अपलोड किया जाता रहा है।
अभ्यर्थियों के मार्क्स अपलोड नहीं होने से अगली जेपीएससी जो अप्रैल 2022 में होने वाली है उसमें उसकी तैयारी करने में अभ्यर्थियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि, अगली जेपीएससी की तैयारी करने वाला अभ्यर्थियों को यह पता नहीं है कि उन्हें किस विषय में कितना नंबर आया था, ताकि वह उसके हिसाब से तैयारी करें। मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने जेपीएससी से पूछा कि क्यों नहीं अभ्यर्थियों का मार्क्स स्टेटमेंट, मॉडल आंसर शीट आदि क्यों नहीं अपलोड किए गए जबकि रिजल्ट निकले पांच से छह माह का समय बीत चुका है।