रांची: कभी हेयर स्टाइल तो कभी घोड़े की सवारी कर अपने प्रशंसकों के दिलों पर राज करनेवाले महेंद्र सिंह धोनी इन दिनों ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने में जुटे हैं. क्रिकेट की दुनिया का बेताज बादशाह बने महेंद्र सिंह धोनी का खेती के प्रति बढ़ा यह प्रेम खूब सुर्खियों में है. रांची के सैंबो में करीब 45 एकड़ में फैले माही के इस फार्म हाउस में हरी सब्जियों को देखकर भला कौन नहीं आकर्षित होगा. इस फार्म हाउस में आधुनिक तरीके से हो रही खेती अन्य किसानों के लिए भी संदेश देने का काम कर रहा है.
धोनी के फार्म हाउस में आधुनिक तरीके से हो रही खेती अन्य किसानों के लिए भी संदेश देने का काम कर रहा है. गोबर और प्राकृतिक खाद का उपयोग कर खेतों को विशेष रूप से तैयार किया गया है. जिसमें लगे टमाटर, भिंडी, कद्दू, धनिया पत्ता एवं अन्य हरी सब्जी को देखे बिना आप नहीं जाएंगे.
प्रोफेशनल के साथ ऑर्गेनिक खेती पर माही का जोर
आर्गेनिक खेती पर जोर दे रहे माही की खेती पूरे प्रोफेशनल अंदाज में हो रही है. फार्म हाउस में तैयार सब्जियों को राजधानी रांची के बाजारों तक पहुंचाया जाता है. डेली मार्केट से लेकर पीपी कंपाउंड तक में बने आउटलेट तक धोनी की हरी ताजी सब्जी पहुंचाई जाती है. पीपी कंपाउंड के इजा फार्म आउटलेट के संचालक जनार्दन राय की मानें तो माही के फार्म हाउस की सब्जी बाजारों में मिलनेवाली अन्य सब्जियों से काफी बेहतर है. शायद यही वजह है कि लोगों की मांग दिन प्रतिदिन बढ़ रही है. इधर, आउटलेट पर सब्जी खरीदने आए ग्राहकों ने भी माही की प्रशंसा करते हुए कहा कि रांची का नाम देश दुनिया में रोशन करने वाले महेंद्र सिंह धोनी अब खेती में भी लोगों का आकर्षण बढ़ा रहे हैं.
राज्य सरकार धोनी को मुफ्त कृषि फार्म हाउस देगी
महेंद्र सिंह धोनी के खेती के प्रति बढ़े रुझान से राज्य सरकार का कृषि विभाग खासा उत्साहित है. कृषि विभाग ने माही की लोकप्रियता का लाभ उठाने के लिए उन्हें ना केवल ब्रांड एम्बेसडर बनाने की कोशिश में है. बल्कि एक वृहत कृषि फार्म देकर धोनी को राज्य में खेती को बढ़ावा देने के लिए उनके गुडविल का सदुपयोग भी करेगा. कृषि मंत्री बादल ने ईटीवी भारत से सरकार की ओर से जल्द इस संबंध में प्रस्ताव भेजे जाने की बात कही.
माही के इस बगिया में लाल टमाटर के अलावा कई तरह की सब्जियां उपजाई जाती है. जिसका स्वाद पाकर राजधानीवासी धोनी को याद किए बिना नहीं चूकते. बढ़ते डिमांड के कारण माही के सपना को साकार करने में लगे लोग भी फार्म हाउस में पूरे मनोयोग के साथ खेती करने में जुटे हैं.