रांची : झारखंड सरकार का स्वास्थ्य विभाग लोगों को बेहतर इलाज मुहैया कराने को लेकर कई तरह की योजनाएं चला रहा है. इस बीच दूरस्थ इलाकों में रहने वाले आदिम जनजाति को प्रापर सुविधाएं व इलाज नहीं मिल पाता है. ऐसे लोगों के लिए स्वास्थ्य विभाग ने चलंत ग्राम क्लिनिक की शुरुआत की है, जिसके तहत टीमें आदिम जनजाति वाले इलाकों में जाकर लोगों की स्क्रीनिंग करेगी. वहीं जरूरी टेस्ट भी किट के माध्यम से किए जाएंगे. इसके अलावा जरूरी सलाह भी देंगे. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने 2024-25 वित्त वर्ष के लिए 5,98,36,000 रुपए की स्वीकृति दी है.

राज्य में आदिम जनजाति के हैं 75 हजार परिवार

झारखण्ड राज्य के विभिन्न जिलों में आदिम जनजाति समुदाय के लगभग 75 हजार परिवार हैं, जो सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करते हैं. ऐसे ग्रामीण क्षेत्रों से आवागमन में काफी कठिनाई होती है. वहीं गंभीर बीमारी की स्थिति या गर्भवती माताओं को स्वास्थ्य सुविधाएं बड़ी मुश्किल से मिल पाती हैं. ऐसे ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले आदिम जनजाति समुदाय के परिवारों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए चलन्त ग्राम क्लीनिक स्थापित करते हुए 120 मेडिकल टीम गठित की गई हैं, जो राज्य के सभी 24 जिलों में चलंत ग्राम क्लिनिक का संचालन करेंगी.

कालाजार प्रभावित इलाकों पर है फोकस

भारत सरकार द्वारा 2023 तक राष्ट्र में कालाजार उन्मूलन का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जिस क्रम में झारखण्ड राज्य से भी कालाजार का शत प्रतिशत उन्मूलन सुनिश्चित किया गया. इस क्रम में राज्य के दुमका, गोड्डा, पाकुड़ एवं साहेबगंज जिलों में 74 अति प्रभावित गांवों को चिन्हित किया गया था. इनमें कई ऐसे गांव हैं, जो दुर्गम क्षेत्र में अवस्थित हैं और स्वास्थ्य सेवाएं सीमित हैं. ऐसे गांवों में भी चलन्त ग्राम क्लीनिक की स्थापना करते हुए कालाजार के रोगियों की पहचान की जा सकेगी, ताकि राज्य में कालाजार उन्मूलन का लक्ष्य इस वर्ष भी कायम रह सके.

चलन्त ग्राम क्लिनिक में मिलेगी ये सेवाएं ओपीडी

  1. प्रसव पूर्व तथा प्रसवोत्तर देख-भाल
  2. परिवार नियोजन परामर्श और गर्भनिरोधक सेवाएं
  3. ऐनिमिया और अन्य गैर संचारी रोग अन्तर्गत उक्त रक्तचाप, मधुमेह की जांच
  4. टीबी और मलेरिया का पता लगाने के लिए बलगम व ब्लड टेस्ट
  5. कालाजार व अन्य वेक्टर बोर्न बीमारियों का ईलाज.

सरकारी भवन में चलेगा क्लिनिक

आदिम जनजाति बाहुल्य ग्राम में अवस्थित सरकारी भवन आंगनबाड़ी केन्द्र/सामुदायिक भवन/विद्यालय भवन में चलन्त ग्राम क्लीनिक की स्थापना की जाएगी, जिसका प्रचार-प्रसार किया जाएगा.

ये टेस्ट ग्राम क्लिनिक में किए जाएंगे

  1. हेमोग्लोबिन
  2. ब्लड ग्लूकोज
  3. मलेरिया टेस्ट
  4. प्रेग्नेंसी टेस्ट
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