रांची। झारखंड सरकार ने 11 पान मसाला ब्रांड पर अगले एक साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। प्रतिबंधित पान मसालों में पान पराग, शिखर पान मसाला, रजनीगंधा, दिलरूबा, राजनिवास, मुसाफिर, मधु, विमल, बहार पान मसाला, शेहरत ब्रांड और पान पराग प्रीमियम ब्रांड शामिल है।
फूड सेफ्टी और स्टैंडर्ड एक्ट 2006 के तहत यह प्रतिबंध लगाया गया है। आम लोगों के हित के मद्देनजर सरकार की तरफ से यह कार्रवाई की गयी है। अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह के हस्ताक्षर से पान मसाला के उत्पादन, भंडारण और वितरण पर रोक लगाने की अधिसूचना भी जारी की गयी है। इसको लेकर सभी जिलों में खाद्य आयुक्त स्तर के अधिकारियों द्वारा अग्रेतर कार्रवाई की जा रही है। सरकार की तरफ से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि पान मसाला में मैग्नेशियम कार्बोनेट का हिस्सा रहता है, जो मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. सरकार की तरफ से विभिन्न पान मसाला का तीन दर्जन से अधिक सैंपल राज्यभर से इकट्ठा किया गया था, जिसमें यह पाया गया कि मैग्नेशियम कार्बोनेट की मात्रा उपरोक्त सभी पान मसाला ब्रांड्स में अधिक है। बता दें, यह सैंपल 2019-20 में लिये गये थे।