रांची। बेहतर स्वास्थ्य के लिए तीन वर्षों में झारखंड को 2604 करोड़ रुपये मिले हैं। यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने लोकसभा में सांसद संजय सेठ के सवाल के जवाब में दी।
सांसद संजय सेठ ने लोकसभा में यह सवाल पूछा था कि देश में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में केंद्र प्रायोजित कितनी योजनाओं का काम झारखंड में चल रहा है। साथ ही उन योजनाओं के लाभुकों, तीन वर्षों तक उन योजनाओं के ब्यौरा से संबंधित सवाल सांसद ने सदन में रखा था।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, राष्ट्रीय टीवी उन्मूलन कार्यक्रम, राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम, राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना सहित कई योजनाओं के लिए राज्य स्तर पर निधि का आवंटन किया गया है। इसके अलावा मौजूदा जिला रेफरल अस्पतालों से जुड़े नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के लिए भी राशि निर्गत की गई है।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत झारखंड को 2019-20 में 830 करोड़, 20- 21 में 602 करोड़ और 21-22 में 640 करोड रुपये की राशि आवंटित की गई है। टीवी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत झारखंड को वित्तीय तीन वर्षों में क्रमशः 29 करोड़, 30 करोड़ और 42 करोड़ की राशि दी गई है। राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत विगत तीन वर्षों में झारखंड को लगभग छह करोड़ से अधिक की राशि निर्गत की गई है।
मौजूदा जिला और रेफरल अस्पतालों से जुड़े नए मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए 2019-20 में झारखंड को 147 करोड रुपये और 2020-21 में 40 करोड़ की राशि निर्गत की गई है। राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत झारखंड को कोई निधि आवंटित नहीं की गई है। प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के तहत झारखंड को विगत तीन वर्षों में क्रमशः 126 करोड रुपये, 100 करोड रुपये और लगभग आठ करोड रुपये का आवंटन किया गया है।