रांचीः आईपीएस अधिकारियों की कमी से जूझ रहे झारखंड को 2020 बैच के चार आईपीएस अधिकारी मिले हैं. हालांकि, झारखंड सरकार ने 10 आईपीएस अधिकारियों की मांग की थी, जिसमें भारत सरकार ने सिर्फ 4 आईपीएस अधिकारियों को ही झारखंड कैडर दिया है.
क्या है पूरा मामला
झारखंड में आईपीएस अधिकारियों की कमी को दूर करने के लिए राज्य सरकार ने 10 आईपीएस अधिकारियों की मांग की थी. इसमें केंद्र सरकार की ओर से 2020 बैच के चार आईपीएस अधिकारियों को झारखंड कैडर दिया गया है. हैदराबाद स्थित नेशनल पुलिस अकादमी से ट्रेनिंग के बाद प्रशिक्षू आईपीएस अधिकारी हरीश विन जमन, हरविंदर सिंह, कपिल चौधरी और शुभांशू जैन को झारखंड कैडर मिला है. कैडर आवंटन के बाद इन आईपीएस अधिकारियों को पुलिस मुख्यालय के स्तर से नक्सल प्रभावित जिलों में तैनात किए गए हैं.
एएसपी रैंक में की गई पोस्टिंग
राज्य पुलिस मुख्यालय ने हरीश बिन जमन को चाईबासा, हरविंदर सिंह को लातेहार, कपिल चौधरी को पलामू और शुभांशू जैन गुमला जिले में एएसपी के पद पर तैनात किए गए हैं. वर्तमान में छह माह तक थाने की कामकाज संभालेंगे. इसके बाद प्रशिक्षू अधिकारियों की पोस्टिंग एएसपी रैंक में की जाएगी.
प्रमोशन से भरे जाने वाले अधिकतर पद है खाली
राज्य में प्रमोशन से भरे जाने वाले आईपीएस अधिकारियों के अधिकतर पद खाली हैं. राज्य में प्रमोशन से आईपीएस के 45 पद हैं, लेकिन इन पदों में 24 पद खाली हैं. इन खाली पदों पर प्रमोशन करने के लिए गृह विभाग ने राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा था, लेकिन अब तक मामला रूका हुआ है. 2017 के बाद डीएसपी कैडर के अफसरों का प्रमोशन आईपीएस में राज्य सरकार नहीं कर पाई है.