रांची : झारखंड प्रदेश कांग्रेस 12 जुलाई को मोरहाबादी स्थित बापू वाटिका के समक्ष एक दिवसीय मौन सत्याग्रह करेगी। गुजरात हाईकोर्ट की ओर से राहुल गांधी की संसद सदस्यता की याचिका खारिज करने के मामले को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन के तहत ये मौन सत्याग्रह किया जाएगा।
बैठक में ये लोग हुए शामिल
मौन सत्याग्रह को लेकर झारखंड कांग्रेस की ओर से एक वर्चुअल बैठक आयोजित की गई। जिसमें प्रदेश कांग्रेस कमिटी के कार्यकारी अध्यक्ष, मंत्री, सांसद, विधायक, प्रदेश उपाध्यक्ष, जिलाध्यक्ष, जिला प्रभारी महासचिव, विधानसभा प्रभारी सचिव, प्रवक्ता, अग्रणी संगठन एवं विभाग के अध्यक्ष, स्टेट कोऑर्डिनेटर, सोशल मीडिया, प्रदेश प्रतिनिधि, प्रमुख काँग्रेसजन एवं बोर्ड, निगम के अध्यक्ष एवं सदस्य मुख्य रूप से शामिल हुए।
राजेश ठाकुर ने क्या दिए निर्देश
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने वर्चुअल बैठक में शामिल सभी जनों से एक-एक कर कार्यक्रम की सफलता को लेकर जानकारी लिया एवं सभी को कहा कि कल का मौन सत्याग्रह कार्यक्रम बहुत ही महत्वपूर्ण है, इस कार्यक्रम में सभी लोगों की उपस्थिति अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि इसको लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है।
भाजपा के लिए अकेले काफी हैं राहुल गांधी- राजेश ठाकुर
प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने बताया कि मौन सत्याग्रह से यह संदेश देने का काम करेंगे की राहुल गांधी गलत नहीं हैं। इसके माध्यम से भाजपा के तानाशाही केन्द्र सरकार को जवाब देना है कि हमारे नेता राहुल गांधी की आवाज को दबा नहीं सकते। केन्द्र सरकार चाहे राहुल गांधी को रोकने के लिए जितना भी दम लगा ले भाजपा के लिए वो अकेले काफी हैं। राहुल गांधी की आवाज को सुनते ही भाजपा नेताओं में डर-सा पैदा हो जाता है, क्योंकि राहुल गांधी गरीबों, बेरोजगार युवााओं, आमजनता से जुड़े हुए मुद्दों को देश की जनता के सामने लाते हैं। जिससे मोदी सरकार एवं भाजपा के नेता घबरा जाते हैं।
प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर ने कहा कि पूरे विश्व ने यह देखा है कि कैसे राहुल गांधी ने विभिन्न मंचों पर लगातार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं अडानी के संबंधो को उजागर करते हुए महंगाई, बेरोजगारी, देश की गिरती अर्थव्यवस्था, बेटियों के साथ अन्याय के खिलाफ सवाल उठाते रहे हैं।