JoharLive Team
रांची । झारखंड में कांग्रेस का अंदरूनी विवाद थम नहीं रहा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता अब कांग्रस के केन्द्रीय नेतृत्व के खिलाफ ही मोर्चा खोल रहे हैं। राज्य में विधानसभा चुनाव के दिन करीब आ रहे हैं। इसे लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गयी है। प्रमुख राजनीतिक दलों की ओर से अलग-अलग अभियान चलाये जा रहे हैं, लेकिन कांग्रेस अभी भी आंतरिक कलह से जूझ रही है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने केन्द्रीय नेतृत्व पर ही सवाल उठा दिया है। सहाय ने कहा है कि प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारी कठपुतली की तरह हैं। इनकी कमान दिल्ली में बैठे केन्द्रीय नेताओं के पास है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि प्रदेश कांग्रेस क्या कर रही है और इसका नतीजा क्या होगा, इसके लिये यहां के लोग जिम्मेदार नहीं होंगे। इसके जिम्मेदार दिल्ली में बैठे पार्टी के नेता होंगे।
सहाय से पहले पार्टी के बड़े नेता व पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने कांग्रेस के झारखंड प्रभारी आरपीएन सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला था। अंसारी ने सिंह के कामकाज के ढंग का विरोध करते हुये कहा था कि इस तरह से संगठन का काम नहीं चलता है। उनका कहना था कि प्रदेश प्रभारी कुछ गिने-चुने लोगों से संगठन चलाना चाहते हैं। उल्लेखनीय है कि आरपीएन सिंह गांधी जयंती के मौके पर पार्टी की ओर से आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने पिछले दिनों रांची आये थे। उस दौरान अंसारी ने होटल में उनसे मिलने की कोशिश की थी, लेकिन बिना मिले वापस चले गये थे। अंसारी ने अपनी नाराजगी वहां मौजूद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव से जाहिर की थी।
चुनाव अभियान में भी पार्टी के अंतर्कलह का असर साफ दिख रहा है। कांग्रेस के बड़े नेता चुनाव अभियान से दूरी बनाये हुये हैं। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और नव नियुक्त कार्यकारी अध्यक्ष मोर्चा संभाल रहे हैं।