JoharLive Team
रांची । झारखंड की हेमंत सरकार में मंत्री पद पाने के लिए इन दिनों झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस के विधायक लॉबिंग करने में जुटे हैं। कांग्रेस के विधायक दिल्ली की दौड़ लगा रहे हैं, तो वहीं झामुमो के विधायक पार्टी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन की परिक्रमा कर रहे हैं।
कांग्रेस सूत्रों की माने तो कांग्रेस के तीन विधायकों का नाम आ रहा है, जिन्हें मंत्री बनाया जा सकता है। इनमें सबसे पहला नाम जमशेपुर पश्चिम से विधायक और पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता का नाम शामिल है, जबकि दूसरा नाम बड़कागांव की नवनिर्वाचित और युवा विधायक अम्बा प्रसाद का है। अम्बा प्रसाद पूर्व मंत्री योगेन्द्र साव की बेटी हैं। इसके अलावा तीसरा नाम रामगढ़ की नवनिर्वाचित विधायक ममता देवी का भी नाम आ रहा है। सूत्रों ने यह भी बताया कि कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री राजेन्द्र प्रसाद सिंह, विधायक इरफान अंसारी, बादल पत्रलेख सहित अन्य विधायक भी मंत्री पद पाने के लिए लॉबिंग कर रहे हैं। ये विधायक दिल्ली के वरिष्ठ नेताओं के संपर्क में लगातार बने हुए हैं।
वहीं झामुमो कोटे के कई विधायक पार्टी अध्यक्ष शिबू सोरेन से लॉबिंग करवा रहे हैं। वह लगातार शिबू सोरेन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के संपर्क में बने हुए हैं। बताया जाता है कि झामुमो कोटे से पूर्व मंत्री चंपई सोरेन, मथुरा प्रसाद महतो, हाजी हुसैन अंसारी सहित अन्य विधायक अपनी-अपनी सिफारिश करवा रहे हैं। सूत्रों का यह भी कहना है कि जामा विधायक सीता सोरेन भी मंत्री पद की रेस में आगे चल रही हैं। सीता सोरेन शिबू सोरेन की बड़ी बहू हैं। सीता सोरेन शिबू सोरेन के बड़े बेटे स्व दुर्गा सोरेन की पत्नी हैं। संभावना जतायी जा रही है कि हेमंत सोरेन की सरकार में उन्हें मंत्री पद मिल सकता है।
उल्लेखनीय है कि हेमंत सोरेन ने 29 दिसम्बर को झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। उनके साथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव और कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) कोटे से सत्यानंद भोक्ता ने मंत्री पद की शपथ ली थी। कांग्रेस, झामुमो और राजद ने गठबंधन कर विधानसभा चुनाव लड़ा था। चुनाव में झामुमो को 30, कांग्रेस को 16 और राजद को एक सीटें मिली थी। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस कोटे से पांच और झामुमो कोटे से छह मंत्री बनेंगे।