बोकारो: झारखंड कोलियरी कामगार यूनियन ने विस्थापितों की समस्याओं को लेकर बीएण्डके महाप्रबंधक के साथ बैठक की. बैठक में यूनियन के केन्द्रीय अध्यक्ष अखिलेश महतो उर्फ राजू महतो, जोनल अध्यक्ष बैजनाथ महतो और वरीय मजदूर नेता मदन महतो शामिल हुए. बैठक में यूनियन ने बताया कि विस्थापितों की जमीन का अधिग्रहण 1936 से 1985 तक विभिन्न वर्षों में किया गया है. फुसरो नगर परिषद क्षेत्र में ढोरी रैयतों को न तो नौकरी मिली और न ही मुआवजा. खासकर ढोरी और फुसरो पंचायत के अंतर्गत सिंगार बेड़ा, रेहवाघाट, बड़कीटांड, बालु बैंकर, सोतारडीह, भेड़मुक़ा, मधुकनार, राजबेड़ा, भलचोथी, बेहराडीह, कदमाडीह और घुटियाटांड के रैयतों को भारी नुकसान हुआ है.
जमीन अधिग्रहण रद्द करने की मांग
यूनियन ने मांग की कि इन क्षेत्रों में जमीन अधिग्रहण को तुरंत रद्द किया जाए ताकि विस्थापितों को सरकारी योजनाओं और लाभ मिल सके. साथ ही सिंगार बेड़ा, रेहवाघाट, बड़कीटांड, बालु बैंकर, बकागदा, सोतारडीह, भोला नगर, कोचाकुल्ही, भेडमुक्का, पटेल नगर, मधुकनारी, राजा बेड़ा, भलचोथी, और बेहराडीह बस्तियों में एलईडी रोड लाइट्स लगाए जाएं. बालु बैंकर सब स्टेशन के पास चिल्ड्रेन पार्क और वॉलीबाल ग्राउंड का सौंदर्यीकरण किया जाए. इसके अलावा चेकपोस्ट से संत रविदास चौक तक पानी छिड़काव करने की मांग की. इसके अतिरिक्त, रेहवाघाट बस्ती और सिंगार बेड़ा में एक बड़ा तालाब भी निर्माण करने की मांग की गई. यूनियन ने चेतावनी दी कि यदि विस्थापितों की मांगें पूरी नहीं की गईं तो 15 सितंबर से अनिश्चितकालीन कोयला ट्रांसपोटिंग ढुलाई बंद कर दी जाएगी.