पलामू: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पलामू में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान अपने दर्द और संघर्ष बयां किया. उन्होंने भाजपा और केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मुझे “जमीन माफिया” और “जमीन चोर” कहा गया. इन आरोपों के तहत उन्हें जेल भी भेजा गया. उन्होंने भाजपा और केंद्र सरकार पर अपने कार्यकाल को कमजोर करने के प्रयासों का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार गिराने की लगातार कोशिशें की गईं. मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान के घर देर है, अंधेर नहीं. इसलिए हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के आदेश से मैं आज यहां जनता के बीच हूं. बता दें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गुरुवार को पलामू प्रमंडल के तीन जिलों पलामू, गढ़वा और लातेहार की महिलाओं को झारखंड मुख्यमंत्री मईयां सम्मान योजना की सौगात देने पहुंचे थे.

विरोधी दल उठाएंगे धर्म का मुद्दा

हेमंत सोरेन ने आगामी विधानसभा चुनावों की ओर इशारा करते हुए कहा कि नवंबर-दिसंबर में होने वाले चुनावों में धार्मिक मुद्दा उठाया जाएगा. उन्होंने विरोधी दलों पर लोकसभा चुनाव में भी इसी तरह के मुद्दे उठाने का आरोप लगाया और कहा कि उनकी पार्टी ही झारखंड के लोगों के वास्तविक हितैषी है. इस दौरान उन्होंने विपक्ष की युवा आक्रोश रैली पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि विपक्षी दल नौकरी देने में असफल रहे हैं, जबकि उनकी सरकार झारखंड में रोजगार के अवसर प्रदान कर रही है. उन्होंने कहा कि फौज, रेलवे और बैंक में नौकरियों के अवसर बंद हो गए हैं. लेकिन उनकी सरकार युवाओं को रोजगार प्रदान कर रही है.

सरकार की उपलब्धियां गिनाई

मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि अबुआ आवास योजना, झारखंड मुख्यमंत्री मईयां सम्मान योजना और पेंशन योजनाओं की शुरुआत की गई है. इसके अतिरिक्त गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना की घोषणा की गई है, जिसका उद्देश्य बच्चों की बेहतर शिक्षा और परवरिश सुनिश्चित करना है. उन्होंने कोरोना काल की भयावह तसवीर की चर्चा करते हुए कहा कि केंद्र की सरकार ने हमारे राज्य के लोगों को सड़कों पर मरने के लिए छोड़ दिया गया.

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