रवि
रांचीः झारखंड कैडर के आइएएस दंपत्ति केंद्र से लेकर राज्य तक के महत्वपूर्ण विभाग संभालने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं. ये अफसर केंद्र से लेकर राज्य तक के नीतिगत निर्णयों में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं. जिनकी चर्चा देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी हो रही है. उनके ही विजन का परिणाम है कि आज जनता को कई कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है. यूं कहें कि झारखंड की ब्यूरोक्रेसी में एक गौरवशाली अध्याय जुड़ा है जिसका जिक्र लंबे समय तक किया जायेगा.
कौन-कौन सा विभाग इनके जिम्मे
अमित खरे व निधि खरेः अमित खरे ने कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों में अपना अहम योगदान दिया. नई शिक्षा नीति का मसौदा तैयार करने में अहम भूमिका निभाई. फिलहाल पीएम मोदी के सलाहकार हैं. वहीं उनकी पत्नी निधि खरे केंद्र में उपभोक्ता मामले विभाग में एडिशनल सेक्रेट्री हैं. वे देशभर के उपभोक्ताओं का ख्याल रख रही हैं.
हिमानी पांडेय व राहुल शर्माः हिमाणी पांडेय केंद्र में प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्रीज एंड इंटरनल ट्रेड में ज्वाइंट सेक्रेट्री हैं. वहीं राहुल शर्मा आयुष मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर तैनात हैं.
एसएस मीणा व संपत मीणाः एसएस मीणा केंद्र में समाजिक अधिकारिता और न्याय विभाग की जिम्मेवारी संभाल रहे हैं. वे केंद्र में एडिशनल सेक्रेट्री के पद पर तैनात हैं. वहीं उनकी आइपीएस पत्नी संपत मीणा भी केंद्र में महत्वपूर्ण जिम्मेवारी संभाल रही हैं.
केके सोन व अराधना पटनायकः केके सोन केंद्रीय प्रतिनियुक्त पर हैं. वे केंद्र में श्रम मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर तैनात हैं. वहीं उनकी पत्नी अराधना पटनायक स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर तैनात हैं.
डॉ नीतिन मदन कुलकर्णी व सुमन गुप्ताः डॉ नीतिन मदन कुलकर्णी राज्यपाल के प्रधान सचिव की भूमिका बखूबी निभा रहे हैं. वहीं उनकी पत्नी सुमन गुप्ता आइपीएस हैं, वह भी सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े अहम मामलों पर अपना काम बखूबी कर रही हैं.
डॉ डीके तिवारी व अलका तिवारीः पूर्व मुख्य सचिव डॉ डीके तिवारी राज्य निर्वाचन आयोग के अध्यक्ष हैं. उनकी पत्नी अलका तिवारी केंद्र में नेशनल कमिशन फॉर शिड्यूल ड्राइव में सचिव के पद पर तैनात हैं.
भोर सिंह यादव व अंजली यादवः भोर सिंह यादव उत्पाद आयुक्त के साथ जिलों की भी कमान संभाल चुके हैं. उनकी पत्नी अंजली यादव निदेशक पर्यटन के पद तैनात हैं.