Joharlive Team
रांची। झारखंड में पांच चरणों में हो रहे विधानसभा चुनावों में अपनी किस्मत आजमा रहे उम्मीदवारों की आयु बीते पांच सालों के दौरान असामान्य रूप से से 1 से 13 साल तक बढ़ी है। उम्मीदवारों द्वारा की गई अपनी उम्र की घोषणा के अनुसार, यह पता चलता है कि 2014 से 2019 के चुनावों के बीच उनकी आयु 1 से 13 साल तक बढ़ी है।
उदाहरण के लिए झारखंड के कृषि मंत्री रणधीर सिंह की उम्र पिछले पांच सालों में 13 साल बढ़ गई। वह 2014 में 32 वर्ष के थे, लेकिन 2019 में मंत्री ने घोषणा की कि वह 45 वर्ष के हैं। कांग्रेस उम्मीदवार मन्नान मल्लिक की आयु 2014 में 69 साल थी, लेकिन 2019 में 76 साल हो गई।
झारखंड विकास मोर्चा-प्रजातांत्रिक उम्मीदवार सबा अहमद की आयु बीते पांच सालों में सिर्फ एक साल बढ़ी है। वह 2014 में 70 साल के थे और 2019 में उनकी आयु सिर्फ 71 साल है!
सबा अहमद ने संवाददाताओं से कहा, “मेरा मतदाता पहचान पत्र गिरिडीह में बनाया गया है और मैंने अपनी आयु का उल्लेख मतदाता पहचान पत्र के अनुसार किया है। मेरी उम्र 2014 के चुनावों में क्या थी..यह बीती हुई बात है।
झारखंड मुक्ति मोर्चा उम्मीदवार सीता सोरेन 2014 में 40 साल की थीं, लेकिन 2019 में उनकी आयु सिर्फ 44 साल है। सीता सोरेन, पार्टी अध्यक्ष शिबू सोरेन की बहू हैं।
सीता सोरेन की तरह की भारतीय जनता पार्टी के विधायक राज सिन्हा व ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन के उम्मीदवार उमा शंकर रजाक की आयु भी बीते पांच सालों में सिर्फ चार साल बढ़ी है।
झारखंड में विधानसभा चुनाव 30 नवंबर को शुरू हुआ। बाकी के चार चरणों के लिए मतदान 7 दिसंबर, 12 दिसंबर, 16 दिसंबर व 20 दिसंबर को निर्धारित है। मतगणना 23 दिसंबर को होगी।