Joharlive Team
रांची। झारखंड की सबसे प्रतिष्ठित माने जाने वाली रांची और हटिया विधानसभा सीटों पर इस बार रोचक मुकाबला देखने को मिल रहा है। सियासी समीकरण में बड़े उलटफेर की संभावना जताई जा रही है। बहरहाल, 12 दिसम्बर को सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक इन क्षेत्रों के मतदाता यहां के उम्मीदवारों के भाग्य को ईवीएम में बंद कर देंगे।रांची विधानसभा सीट भाजपा का गढ़ माना जाता है और इस सीट पर पिछले पांच चुनाव में भाजपा के सीपी सिंह लगातार चुनाव जीतते रहे हैं। दरअसल, 1995 में रांची सीट से यशवंत सिन्हा विधायक बने थे और उस समय अविभाजित बिहार में सिन्हा ने सदन में विपक्ष के नेता बनने का श्रेय अर्जित किया था। हवाला मामले में नाम आने के कारण सिन्हा ने 1996 में बिहार विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था और उसके बाद इस क्षेत्र में हुए उपचुनाव में भाजपा ने सीपी सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया था। तब से सीपी सिंह का परचम इस क्षेत्र से लहराता रहा है। सीपी सिंह भाजपा के मुख्य सचेतक, विधानसभा अध्यक्ष और मंत्री पद की कुर्सी हासिल कर चुके हैं। लेकिन इस बार उन्हें महागठबंधन की उम्मीदवार और साहित्यकार
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की महुआ माजी से कड़ी टक्कर मिल रही है। पिछले 2014 के विधानसभा चुनाव में भी महुआ माजी चुनाव लड़ी थी, लेकिन उस समय विपक्षी दलों के बीच कोई गठबंधन न होने से वह कोई खास चुनौती पेश नहीं कर पायीं। इस बार के चुनाव में सीपी सिंह अपने काम और अपनी लोकप्रियता के दम पर चुनाव लड़ रहे हैं। साथ ही उन्हें भाजपा के कार्यकर्ताओं का भरपूर समर्थन मिल
रहा है। अगर सीपी सिंह इस बार चुनाव जीतने में कामयाब होते हैं, तो यह उनकी डबल हैट्रिक होगी। हालांकि रांची सीट से इस बार आजसू की वर्षा गाड़ी और निर्दलीय पवन कुमार
शर्मा भी किस्मत आजमा रहे हैं। रांची सीट पर भाजपा को 1990 से ही सफलता मिलती रही है।
राजधानी की दूसरी चर्चित सीट हटिया विधानसभा है। इसी विधानसभा क्षेत्र में एचईसी अवस्थित है। इस क्षेत्र में विस्थापन भी एक समस्या रही है। एचईसी के निर्माण के समय ही यहां के लोगों ने विस्थापन का दंश झेला है। इस बार भाजपा ने नवीन जयसवाल को मैदान में उतारा है। जबकि 2014 के चुनाव में नवीन जयसवाल झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) के टिकट पर चुनाव लड़े थे और विजयी हुए थे। नवीन ने दल-बदल कर भाजपा का दामन थामा और भाजपा ने भी उसपर विश्वास जताते हुए उन्हें अपना उम्मीदवार हटिया से बनाया है। पिछले विधानसभा चुनाव में नवीन ने भाजपा उम्मीदवार सीमा शर्मा को हराया था। सीमा शर्मा पिछले चुनाव में 80 हजार से अधिक वोट लायी थीं।
फिर भी चुनाव हार गयी थीं। हटिया से महागठबंधन के उम्मीदवार और कांग्रेस नेता अजयनाथ शाहदेव हैं। अजयनाथ झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (जेएससीए) में भी पदाधिकारी हैं और खेलप्रेमियों और खिलाड़ियों के बीच लोकप्रिय हैं। इस क्षेत्र में मुकाबले को रोचक बनाने की कोशिश में आजसू के भरत काशी और झाविमो की शोभा यादव लगी हैं। आजसू एक बार हटिया विधानसभा की सीट जीत चुकी है। जबकि भाजपा और कांग्रेस भी यहां से कई बार चुनाव जीतने में कामयाब रहे हैं।