देवघर : मधुपुर विधानसभा सीट को जिले की सबसे हॉट सीट मानी जाती है. यहां भाजपा और झामुमो में सीधी टक्कर होती रही है. यह जेनरल सीट है. इस कारण टिकट बंटवारे में पार्टियों को काफी माथापच्ची करनी पड़ती है. भारतीय जनता पार्टी में जिलास्तर पर गुटबाजी के कारण इस सीट को पार्टी ने गंवाया भी है. यहां भाजपा में कई गुट हैं, जिसका असर टिकट बंटवारे पर भी पड़ता है. प्रत्याशियों के चयन में भाजपा की गुटबाजी का असर चुनाव परिणाम में देखने को मिलता है. वैसे भाजपा से अभी तक किसी का नाम फाइनल नहीं हुआ है. लेकिन संभावित सूची में राज पलिवार और गंगा नारायण सिंह आगे हैं. राज पलिवार मधुपुर से दो बार जीत चुके हैं. राज्य में एनडीए की सरकार में वे मंत्री भी थे. लेकिन गुटबाजी के कारण इनका टिकट पहले पार्टी ने काट दिया था. बात 2009 की है, जब सीटिंग विधायक राज पलिवार का टिकट काट कर भाजपा ने अभिषेक आनंद झा को मधुपुर से टिकट दिया था. इस चुनाव में भाजपा को करारी हार मिली थी और हाजी हुसैन अंसारी ने जीत दर्ज की थी. वहीं, कई प्रयास के बाद भी गंगा नारायण सिंह जीत का स्वाद अब तक नहीं चख पाए हैं.
हाजी हुसैन के निधन के बाद उपचुनाव में बेटे को मिली थी जीत
2019 के विधानसभा चुनाव में मधुपुर से सीट भाजपा के राज पलिवार और झामुमो से हाजी हुसैन अंसारी के बीच सीधी टक्कर हुई थी. हाजी हुसैन अंसारी ने 88,115 (38.4 प्रतिशत) वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी. जबकि भाजपा के राज पलिवार को 65,046 (28.34 प्रतिशत) वोट मिले थे. हालांकि कोरोना महामारी के दौरान हेमंत सोरेन कैबिनेट के मंत्री हाजी हुसैन अंसारी का निधन हो गया था. इसके बाद यहां उपचुनाव हुए, जिसमें हाजी हुसैन अंसारी के बेटे हफीजुल हसन ने जीत दर्ज की थी. हेमंत सरकार की कैबिनेट में हाजी हुसैन अंसारी की जगह उनके बेटे को मंत्री बनाया गया. इस उपचुनाव में भी गुटबाजी के कारण राज पलिवार की जगह गंगा नारायण सिंह को भाजपा ने टिकट दिया था. नतीजतन, भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था. वहीं 2014 के विधानसभा चुनाव में मधुपुर से राज पलिवार ने जीत दर्ज की थी. उन्होंने हाजी हुसैन अंसारी को हराया था. राज को इस चुनाव में 74325 (37.34 प्रतिशत) वोट मिले थे. जबकि हाजी हुसैन अंसारी को 67441 (33.88 प्रतिशत) वोट मिले थे. वहीं 2009 में राज पलिवार को पार्टी ने टिकट नहीं दिया था. 2005 के विधानसभा चुनाव में भाजपा से चुनाव लड़ने वाले राज पलिवार पहली बार यहां से जीत कर विधायक बने थे. उन्होंने हाजी हुसैन अंसारी को हराया था. इस चुनाव में राज पलिवार को 48756 वोट मिले थे. जबकि हाजी हुसैन अंसारी को 42089 वोट मिले थे. झाऱखंड राज्य बनने के बाद मधुपुर सीट से भाजपा या झामुमो के प्रत्याशी जीतते रहे हैं. अब देखना यह है कि इस बार भाजपा किसे टिकट देती है. क्योंकि झामुमो से सीटिंग विधायक हफीजुल हसन चुनाव लड़ेंगे.