Joharlive Team
रांची। झारखंड में पांचवें और अंतिम चरण में संथालपरगना की 16 विधानसभा सीटों के लिए 71.17 प्रतिशत मतदाताओं की बंपर वोटिंग से झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, समाज कल्याण मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की डॉ. लुईस मरांडी समेत 237 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में कैद हो गया, अब नतीजों को पता 23 दिसंबर को मतगणना के बाद चलेगा।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय कुमार चौबे ने आज यहां बताया कि संथालपरगना की 16 सीटों राजमहल, बोरियो (सुरक्षित), बरहेट (सु), लिट्टीपाड़ा (सु), पाकुड़, महेशपुर (सु), शिकारीपाड़ा (सु), नाला, जामताड़ा, दुमका (सु), जामा (सु), जरमुंडी (सु), सारठ, पोड़ैयाहाट, गोड्डा और महगामा के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्ण ढंग से हुआ मतदान शाम पांच बजे समाप्त हो गया। इस दौरान 71.17 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
श्री चौबे ने बताया कि मतदान समाप्त होने पर नाला में सबसे अधिक 78.01 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले वहीं सबसे कम 59.73 प्रतिशत मतदान दुमका में हुआ है। इसके बाद राजमहल में 71.19 प्रतिशत, बोरियो (सु) में 71.58 प्रतिशत, बरहेट (सु) में 70.07 प्रतिशत, लिट्टीपाड़ा (सु) में 70.01 प्रतिशत, पाकुड़ में 76.1 प्रतिशत, महेशपुर (सु) में 74.81 प्रतिशत, शिकारीपाड़ा (सु) में 73.25 प्रतिशत, जामताड़ा में 74.77 प्रतिशत, जामा (सु) में 65.27 प्रतिशत, जरमुंडी में 71.53 प्रतिशत, सारठ में 75.97 प्रतिशत,पोड़ैयाहाट में 69.61 प्रतिशत, गोड्डा में 68.54 प्रतिशत और महगामा में 67.23 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट किया।
श्री चौबे ने बताया कि सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था के कारण अंतिम चरण के मतदान में कहीं भी कोई अप्रिय घटना घटित नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि आज संपन्न हुए मतदान के लिए रिजर्व समेत कुल 8987 बैलेट यूनिट, 6738 कंट्रोल यूनिट और 7006 वोटर वैरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) रखे गए थे। इनमें से 45 बैलेट यूनिट, 42 कंट्रोल यूनिट और 120 वीवीपैट रिप्लेस किए गए हैं। पांचवें चरण में कुल 50050 दिव्यांग मतदाता थे, जिनमें से रिकॉर्ड 92.76 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि इस चरण में 29 महिला समेत कुल 237 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमाने के लिए चुनावी मैदान में थे। जरमुंडी सीट से सबसे ज्यादा 26 और पोड़ैयाहाट सीट के लिए सबसे कम आठ प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे थे। इसके अलावा राजमहल से 23, बोरियो से 12, बरहेट से 12, लिट्टीपाड़ा से 11, पाकुड़ से 11, महेशपुर से 12, शिकारीपाड़ा से 13, नाला से 16, जामताड़ा से 13, दुमका से 13, जामा से 15, सारठ से 21, गोड्डा से 14 और महगामा से 17 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे।
गौरतलब है कि अंतिम चरण के मतदान में कुल 71.17 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट कर झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष तथा दुमका और बरहेट से झामुमो उम्मीदवार हेमंत सोरेन, समाज कल्याण मंत्री और दुमका सीट से भाजपा उम्मीदवार डॉ. लुईस मरांडी, कृषि मंत्री एवं सारठ से भाजपा उम्मीदवार रणधीर सिंह, जामताड़ा से कांग्रेस उम्मीदवार इरफान अंसारी और पोड़ैयाहाट से झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) प्रत्याशी प्रदीप यादव समेत 237 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला कर दिया है। मतों की गिनती 23 दिसंबर 2019 को होगी।